ग्वालियर। एसएलपी कालेज के पास सृष्टि चौहान ने प्रेमी आशीष पाठक के घर के सामने आत्महत्या करने के इरादे से आग लगी। युवती अपने शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर प्रेमी के घर के पहुंची थी। सृष्टि चौहान बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा है। सैनिक कालोनी पिंटो पार्क की निवासी है। युवती को आग की लपटों से घिरा देखकर क्षेत्र में दहशत फैल गई। युवती का काफी समय से आशीष से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। और वह उसके साथ शादी करना चाहती थी। युवती के घरवाले शादी के लिये राजी थे। युवक व उसके घरवालों ने शादी करने से इंकार कर दिया। युवती के आग लगाने की सूचना मिलते ही मुरार थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने युवती को झुलसी हालत में अस्पताल में भर्ती करा दिया है। युवती 90 प्रतिशत से अधिक झुलसी है।
भिंड रोड पर स्थित सैनिक कालोनी पिंटो पार्क निवासी सृष्टि पुत्री सतेंद्र सिंह चौहान वीआरजी कालेज में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा है। शुक्रवार की सुबह छात्रा पिता सतेंद्र सिंह चौहान के साथ कालेज आई थी। पिता बेटी को कालेज के गेट पर छोड़कर वापस चले गये। छात्रा पिछले कुछ दिनों को लेकर शादी को लेकर तनाव में अवश्य थी। पिता के वापस जाते ही छात्रा एसएलपी कालेज के पास रहने वाले प्रेमी आशीष पाठक के दरवाजे पर जाकर खड़ी हो गई। बताया गया है कि युवती प्रेमी के घर के दरवाजे पर आत्महत्या करने के इरादे से ही पहुंची थी। वह शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर पहुंची थी। दरवाजे पर पहुंचते ही उसने शरीर पर आग लगा ली। युवती को आग की लपटों से घिरी देखकर फैली दहशत- बीच सड़क पर युवती को आग की लपटों से घिरा देखकर दहशत फैल गई। कुछ लोगों ने दरवाजे लगा लिये, तो कुछ लोगों ने हिम्मत कर युवती के शरीर पर पानी डालकर आग की लपटों को बुझाने का प्रयास किया। युवती के सड़क पर आत्मदाह करने की सूचना मिलते ही मुरार थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। मौके पर मौजूद लोगों की युवती को पुलिस ने इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। युवती के पिता सतेंद्र सिंह चौहान व मां अर्चना चौहान अस्पताल पहुंच गये।
दो दिन पहले आशीष की मां से शादी के संबंध में बात की थी-आग से झुलसी युवती के पिता सत्येंद्र चौहान शिक्षक हैं। सतेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि दो दिन पहले ही उन्हें पता चला था कि सृष्टि एसएलपी कालेज के पास रहने वाले आशीष पाठक से शादी करना चाहती है। और शादी को लेकर काफी गंभीर है। पहले उन्होंने सृष्टि को समझाने का प्रयास किया। उसका कहना था कि वह शादी आशीष से ही करेगी। उसका जवाब सुनने के बाद उन्होंने बेटी के खातिर किसी तरीके से आशीष की मां का मोबाइल नंबर तलाश कर उनसे बेटी की शादी के संबध में बात की। उनका कहना था कि आशीष की मंगनी हो चुकी है। अब सृष्टि से बेटे की शादी करने पर विचार करना संभव नहीं है। उन्होंने शादी करन से साफ इंकार कर दिया। कालेज के गेट पर सृष्टि को छोड़ते समय उन्हें कतई इस बात का अंदेशा नहीं था कि वह ऐसा कोई कदम उठा सकती है। उनका कहना है कि हो सकता है कि सृष्टि की मेरे जाने के बाद आशीष से बात हुई हो। और उसने भी शादी करने से इंकार कर दिया हो। उसके बाद ही उनकी बेटी ने यह आत्मघाती कदम उठाया है। सृष्टि की हालत नाजुक है। इस संंबंध में आशीष के बात करने का प्रयास किया, लेकिन उसने अपने दोनों मोबाइल नंबर घटना के बाद बंद कर लिये हैं।