भोपाल। बिलखिरिया पुलिस ने कमलेश अहिरवार की हत्या का खुलासा 3 दिन में कर दिया। पुलिस ने हत्या के मामले में आरोपी साले को गिरफ्तार किया। बता दें 13 जनवरी को कमलेश अहिरवार की तबियत ज्यादा खराब होने पर पत्नी परिवार के साथ हमीदिया अस्पताल ले गई। जहां पर डॉक्टरों ने कमलेश को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने 14 जनवरी को मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भेज दिया। पीएम के दौरान जांच में कमलेश की पीठ पर चोट के निशान मिले थे। हत्या का संदेह होने पर जांच शुरू की थी।
थाना प्रभारी सुनील चतुर्वेदी ने बताया कि छावनी पठार का रहना वाला कमलेश (35) पुत्र गज्जे मजदूरी का काम करता था। बच्चे के हाथ में चोट लगी थी, जिसका इलाज करवाकर 12 जनवरी को देर रात कमलेश घर पहुंचा। इस दौरान घरेलू बात को लेकर किल्लाई थाना राहतगढ़ जिला सागर के रहने वाले साले राकेश (42) पुत्र पन्नालाल अहिरवार से कमलेश का झगड़ा हो गया। साले को लगा जीजा पर भूत आ गया है। इस पर राकेश ने गुस्से में आकर जीजा कमलेश की डंडे से पिटाई कर दी और सिर को कई बार दीवार में लड़ाया। इसके बाद वो सागर निकल गया। कमलेश अस्थमा का मरीज था जिसकी वजह से काफी कमजोर था। चोट की लगने की वजह से काफी खून बह गया, जिससे धीरे-धीरे उसकी तबियत खराब होती चली गई। जब पत्नी अस्पताल लेकर पहुंची तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
पीएम के दौरान जांच में पीठ में चोट के निशान मिलने पर हत्या का संदेह हुआ। इस पर 14 जनवरी को ही पुलिस ने एफएसएल टीम को घटनास्थल पर बुलाकर निरीक्षण कराया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आसपास रहने वालों से पूछताछ की जिसमें पता चला कि 12 जनवरी को रात 11:30 बजे कमलेश और उसके साले राकेश के बीच मारपीट हुई थी। अगले दिन कमलेश की तबियत काफी बिगड़ गई। इस पर पत्नी ने परिजनों को बुलाकर कमलेश को इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल ले गई। जहां पर कमलेश की मौत हो गई।
घटना के संबंध में पूछताछ करने के लिए आरोपी साले राकेश को पुलिस ने हिरासत में लिया। पहले तो आरोपी घुमाता रहा लेकिन कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने मारपीट की बात स्वीकार कर ली। आरोपी को अभिरक्षा में लेकर न्यायालय में पेश किया गया। जहां से आरोपी को केंद्रीय जेल भेज दिया गया