ग्वालियर। ग्वालियर के थाटीपुर की रहने वाली एक गर्भवती युवती ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। युवती ने अपने प्रेमी के साथ आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी, इसके बाद भी स्वजन उसे साथ नहीं रहने दे रहे थे। स्वजन ने युवती का घर से बाहर निकलना भी बंद कर दिया था, इसके चलते उसके प्रेमी ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई थी। युवती को पुलिस ने घर से मुक्त कराकर वन स्टाप सेंटर भिजवाया, यहां से फिर उसे स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया। तभी स्वजन को पता लगा कि वह गर्भवती है, युवती को बीती रात जबरन गर्भपात की दवा खिलाने की कोशिश की, जब दवा नहीं खाई तो उसे थप्पड़ मारे। इसके बाद युवती ने फांसी लगाकर जान दे दी। युवती के अंडरगारमेंट से गर्भपात की गोली भी बरामद हुई है। शार्ट पीएम रिपोर्ट में मौत की वजह तो फांसी सामने आई है, लेकिन मारपीट की भी पुष्टि हुई है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम किया है। जांच के बाद इसमें आगे कार्रवाई होगी।
थाटीपुर स्थित हरनामपुर बजरिया निवासी सियारानी पुत्री पूरन सिंह ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सूचना मिलते ही सीएसपी मुरार ऋषिकेष मीणा, फोरेंसिक एक्सपर्ट डा.अखिलेश भार्गव फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पूरे कमरे की तलाशी ली, मृतका के कपड़ों की तलाशी महिला आरक्षक से कराई तो उसके सीने के पास अंडरगारमेंट में दो गोली रखी मिलीं। जब पुलिस ने पड़ताल की तो सामने आया कि जिस युवती ने खुदकुशी की, उसने जयदेव राहुल निवासी थाटीपुर से आर्य समाज मंदिर में शादी की थी। दोनों साथ रह रहे थे, लेकिन युवती के स्वजन को इस शादी से आपत्ति थी। स्वजन उसे अपने साथ ले आए, वह जयदेव के साथ जाने की जिद कर रही थी, लेकिन स्वजन दबाव बना रहे थे
इसके बाद युवती को उसके ही घर से मुक्त कराया, उसे वन स्टाप सेंटर भिजवा दिया। कोर्ट में सुनवाई हुई तो स्वजन ने एक माह का समय मांगा और इस मामले का निराकरण कराने की बात कही। स्वजन शादी कराने को तैयार नहीं थे, इसी बीच इन्हें पता लगा कि वह गर्भवती है तो उस पर गर्भपात के लिए दबाव बनाया। बीती रात उसे दवा दी, जब उसने दवा नहीं खाई तो थप्पड़ मारे। इसके बाद उसने दवा अंडरगारमेंट में छिपाई और फांसी लगा ली। जब स्वजन की नजर पड़ी तो पुलिस को सूचना दी। स्व्जन ने गर्भवती होने के बारे में कुछ नहीं बताया, लेकिन शार्ट पीएम रिपोर्ट ने पूरी कहानी का राजफाश कर दिया। जब पोस्टमार्टम हुआ तो उसमें करीब साढ़े तीन माह के गर्भ की पुष्टि हुई, जो दवा मिली थी, वह गर्भपात की ही थी।