धर्मेन्द्र शर्मा ,ग्वालियर। शहर में शनिवार की रात बेकाबू कार की चपेट में आकर जान गंवाने वाली 3 साल की मासूम काजल के परिजनों ने उसकी लाश को शिंदे की छावनी स्थित मुख्य मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। यह जाम करीब 2 घंटे तक चला। इस दौरान ट्रैफिक को डायवर्ट करना पड़ा। बालिका के परिजनों का आरोप है कि मंगू ढ़ाबा का वहां होटल है जहां पर वह लोगों को शराब पिलाता है और नॉनवेज आदि परोसता है। इसी कारण उसके यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है और आए दिन लोग फर्राटा भरती हुई गाड़ियों से उसके होटल पर आते हैं। जिससे स्थानीय लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसी तरह एक कार की चपेट में आकर शनिवार की रात कमल करोसिया की बेटी काजल की स्विफ्ट कार की चपेट में आकर मौत हो गई थी।
3 साल की मासूम का शव जैसे ही रविवार को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के हवाले किया, वैसे ही परिजनों से अंतिम संस्कार पर ले जाने की जगह शिंदे की छावनी स्थित मुख्य मार्ग पर लाश के साथ बैठ गए। इसके साथ ही परिजनों ने होटल को हटवाने एवं कार चालक की भी जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो और गरीब परिजनों को उचित मुआवजा की मांग की हैं।
पुलिस ने किसी तरह समझा-बुझाकर लोगों को शांत किया और भरोसा दिलाया कि भविष्य में मंगू ढ़ाबा के यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा नहीं लगेगा। परिजनों का यह भी कहना है कि पुलिसकर्मी खुद उसके यहां आते हैं और होटल संचालक भी इंदरगंज थाने की पुलिस से सांठगांठ रखता है। जिस कारण मंगू ढ़ाबा के यहां पुलिस की दबिश भी नहीं पड़ती है। पुलिस और प्रशासन द्वारा परिजनों को समझाने के बाद और आरबीसी के नियमों के तहत उचित मुआवजे का आश्वासन दिए जाने के उपरांत जाम को खोल दिया गया।