इंदौर। श्यामला हिल्स भोपाल टीआइ हाकमसिंह पंवार आत्महत्या केस की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझी है। मामले में टीआइ के स्वजन के बयान पूरे होने के बाद जांच आगे बढ़ेगी। पुलिस टीम बयान लेने के लिए भेजी गई थी। संदेही महिला एएसआइ और तीसरी पत्नी रेशमा के खिलाफ पुलिस केस दर्ज कर सकती है।
59 वर्षीय हाकमसिंह ने 24 जून को इंदौर के पुलिस कंट्रोल रूम परिसर में विविध शाखा में पदस्थ महिला एएसआइ पर फायर करने के बाद खुद को भी गोली से उड़ा लिया था। मौके पर एएसआइ का भाई कमलेश मौजूद था। उस समय पुलिस ने उसे पूछताछ कर छोड़ दिया था। वहीं 5 जुलाई को धामनोद के संजय नगर में कमलेश दाल-बाटी बनाने के दौरान गीले कंडों को पेट्रोल डालकर जला रहा था। तभी आग लगने से कमलेश का चेहरा बुरी तरह झुलस गया था। डाक्टरों ने उसे इंदौर रेफर किया था, जहां इलाज के दौरान बीते गुरुवार मौत हो गई।
हाकमसिंह की पहली पत्नी और बच्चे उज्जैन जिले में रहते हैं। घटना के बाद से उनके बयान नहीं हुए थे। उन्हें बयान के लिए पुलिस ने बुलाया था, लेकिन वे नहीं आए। इसके बाद उनके बयान लेने के लिए पुलिस टीम घर भेजी गई। स्वजन के बयान लिए जाने के साथ ही जांच आगे बढ़ेगी। महिला एएसआइ के फोन का भी पुलिस पता लगा रही है। घटना के वक्त मोबाइल मौके पर गिर गया था। काल डिटेल की जानकारी भी निकाली जा रही है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस महिला एएसआइ और तीसरी पत्नी रेशमा के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर सकती है।
हाकमसिंह की मौत मामले में मोबाइल जांच में पुलिस को तीसरी पत्नी रेशमा उर्फ जागृति उर्फ जग्गू से हुई बातचीत की रिकार्डिंग पिछली दिनों मिली थी, जिसमें वह टीआइ को धमका रही थी। वह गौमतपुरा पोस्टिंग के दौरान टीआइ से संपर्क में आई थी। टीआइ ने उज्जैन रोड स्थित किसी मंदिर में उससे शादी की थी। इसके बाद उनका सराफा, खुड़ैल, महेश्वर तबादला हुआ और जग्गू साथ रही। पहले प्रेम प्रसंग, फिर कार विवाद को लेकर कयास लगाए गए थे। बाद में रेशमा द्वारा हाकमसिंह पर दबाव बनाने की बात भी सामने आई।