ग्वालियर। शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिल्ली जाते वक्त गोला का मंदिर चौराहे पर उनका काफिला रोककर उन्हें बेशरम के फूलों की माला भेंट करने वाले NSUI के करीब एक दर्जन नेताओं के खिलाफ गोला का मंदिर थाने की पुलिस ने मामला दर्ज किया है। इन सभी नेताओं के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम और निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि 3 दिन पहले पूर्व मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया दो दिवसीय दौरे पर आए थे। इस दौरान जब शनिवार सुबह से सड़क मार्ग से दिल्ली के लिए रवाना हो रहे थे तभी उनके काफिले को NSUI के कुछ नेताओं ने गोला का मंदिर चौराहे पर रोक लिया। खुद सांसद सिंधिया ने युवा नेताओं की भीड़ देखकर समझा कि यह कोई ज्ञापन देना चाहते हैं इसलिए उन्होंने अपने काफिले को रुकवा दिया। लेकिन एनएसयूआई नेताओं ने उन्हे बेशरम के फूलों की माला भेंट कर दी। NSUI ने सिंधिया पर आरोप लगाया गया है कि वे कोरोना काल में ग्वालियर चंबल संभाग से गायब रहे ।कुछ क्षण रुकने के बाद सिंधिया दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
लेकिन गोला का मंदिर पुलिस एनएसयूआई नेताओं को बिना अनुमति काफिले को रोकना और भीड़ लेकर कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने को गंभीर माना और एनएसयूआई के प्रदेश सचिव सचिन द्विवेदी NSUI के साइंस कॉलेज इकाई के अध्यक्ष वंश माहेश्वरी एनएसयूआई के प्रदेश पदाधिकारी यतेन्द्र सिंह और सचिन भदोरिया के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है ,कि कोविड-19 गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर यह मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है, कि जल्द ही इस मामले में एनएसयूआई नेताओं की गिरफ़्तारी की जाएगी।