भोपाल :सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन शख्स क्लर्क बना और फिर कई बड़े अफसरों के साथ भ्रष्टाचार का महागठबंधन कर करोड़पति हो गया.के भोपाल में मारे गए छापे में बड़ा खुलासा हुआ है. CBI ने जब भारतीय खाद्य निगम (FCI) के बाबू किशोर मीणा के घर छापा मारा तो उन्हें उसके घर से करोड़ों रुपए नगदी, सोने-चांदी के जेवर, नोट गिनने की मशीन और करोड़ो की संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए.
CBI को उसके पास से एक डायरी भी बरामद हुई है, जिसमें कई बड़े अफसरों के नाम भी शामिल हैं. इन अफसरों की मदद से FCI में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर करोड़ों के वारे-न्यारे किए जा रहे थे. बता दें, किशोर मीणा कभी FCI के कार्यालय में सिक्योरिटी गार्ड हुआ करता था. अफसरों की मेहरबानी से यह
एफसीआई के क्लर्क किशोर मीणा के घर शुक्रवार रात को सीबीआई की टीम ने छापामार कार्रवाई की थी. इस छापामार कार्रवाई में एक फर्नीचर के कवर्ड में रखी तिजोरी मिली. तिजोरी में 2.66 करोड़ रुपए नगद बरामद हुए. साथ ही, आरोपी के घर से 6 किलो चांदी, 387 ग्राम सोना बरामद, नोट गिनने की मशीन, करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज, लेन-देन के दस्तावेज और कई बेनामी संपत्तियों का कागजात भी मिले. इतना ही नहीं किशोर के द्वारा संचालित बैंक अकाउंट में भी एक करोड़ से ज्यादा की राशि होना बताई जा रही है. इस राशि के लिए बैंक अकाउंट भी सीबीआई की टीम खंगाल रही है.
आरोपी किशोर एफसीआई के सभी बड़े अफसरों का राजदार बताया जा रहा है. सभी ने एफसीआई में कई घोटाले और रिश्वतखोरी की. एफसीआई के तीन मैनेजर रिश्वत की राशि क्लर्क किशोर के पास रखते थे. सीबीआई को आरोपी से मप्र के एक आयएएस अफ़सर से जुड़े हुए लिंक के प्रमाण भी मिले हैं. किशोर आरोपी अफसरों के इशारे पर रिश्वत और घोटाले की राशि अपने घर पर रखता था.