जयपुर। राजस्थान व देश के अन्य राज्यों में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या में एक बार फिर तेजी से हो रही बढ़ोतरी पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार को ज्यादा से ज्यादा लोगों के कोरोना वायरस प्रतिरक्षण टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
उन्होंने केंद्र सरकार से राज्यों को अधिकाधिक टीके उपलब्ध कराने की अपील की है।
इसके साथ ही गहलोत ने राज्य की जनता से स्वास्थ्य संबंधी नियमों का पालन करने की अपील करते हुए आगाह किया कि अगर सतर्कता नहीं बरती तो सरकार को सख्त फैसले लेने ही पड़ेंगे।
गहलोत ने ट्वीट किया,‘‘ देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों की राय है कि भारत सरकार को ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण पर फोकस करना चाहिए। अधिक से अधिक टीकाकरण से ही जनता कोरोना से सुरक्षित हो सकेगी। टीकाकरण में आयु वर्ग की सीमा हटाकर सभी को टीका लगाना चाहिए।’’
गहलोत के अनुसार बेंगलुरु के डॉक्टर देवी शेट्टी की यह राय उचित लगती है कि 24 से 45 वर्ष आयुवर्ग के लोगों का भी शीघ्र टीकाकरण करना चाहिए क्योंकि ये लोग अपने काम से घरों से बाहर रहते हैं और ‘सुपर स्प्रेडर’ बन सकते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत के पास बड़ी संख्या में टीका उत्पादन की क्षमता भी उपलब्ध है जिसका इस्तेमाल होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने लिखा,‘‘ मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि राज्यों को अधिक से अधिक संख्या में टीके उपलब्ध करवाएं जिससे कोरोना संक्रमण की इस दूसरी लहर पर काबू पाया जा सके। कोरोना के मामले बढ़ने पर एक और लॉकडाउन आजीविका के लिए घातक साबित होगा।’’
गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में 11 मार्च को कोरोना संक्रमण के 203 मामले आए थे,22 मार्च को यह संख्या 602 पर पहुंच गई। गत 11 दिनों में ही कोरोना के नए मामलों की संख्या करीब तीन गुना बढ़ गई है।
उन्होंने कहा,‘‘ अगर अभी भी लापरवाही बरती गई तो स्थिति बिगड़ सकती है इसलिए मास्क लगाएं, हाथ धोएं एवं सामजिक दूरी का अनुपालन करें।
लोगों को आगाह करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि आमजन ने पूर्व की तरह सतर्कता नहीं बरती तो सरकार को सख्त फैसले लेने ही पड़ेंगे, प्रदेश सरकार कठोर फैसलों की बजाय आमजन के सहयोग से कोरोना वायरस की महामारी को निंयत्रित करना चाहती है।