भोपाल। आश्चर्यजनक रूप से मार्च से शुरू हुईं मानसून पूर्व की गतिविधियां अप्रैल के बाद मई में भी जारी हैं। राजधानी भोपाल सहित मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में रुक-रुककर वर्षा होने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक भोपाल (शहर) में 48.4, सिवनी में 24.8, रायसेन में 22, जबलपुर में 19, उमरिया में 11.8, मलाजखंड में 9.2, गुना में 6.8, भोपाल (एयरपोर्ट) में 5.8, खरगोन में 5.6, उज्जैन में पांच, सागर में 4.2, खजुराहो में 3.4, मंडला में 2.6, सतना में दो, पचमढ़ी में दो, दमोह में एक, इंदौर में एक, ग्वालियर में 0.9, छिंदवाड़ा में 0.4, रतलाम में 0.3, धार में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बुधवार को भी दोपहर के बाद गरज-चमक के साथ मध्य प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में वर्षा होने की संभावना है।
सम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ गुजरात के आसपास ट्रफ के रूप में मौजूद है। दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। छत्तीसगढ़ के दक्षिणी भाग पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त मालदीव पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन पांच मौसम प्रणालियों के असर से हवाओें के साथ लगातार नमी आ रही है। इस वजह से पूरे मध्य प्रदेश में बादल बने हुए हैं। साथ ही गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। उधर बुधवार को सुबह से ही बादल बने हुए हैं। इस वजह से दिन के तापमान में गिरावट होने की संभावना है।