भोपाल। मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी प्रकाश ढवले ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इस चक्रवात से एक द्रोणिका भी संबद्ध है। इस मौसम प्रणाली के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। हवाओं में नमी कम होने के कारण बादल छंटने लगे हैं। इस वजह से रात के तापमान में गिरावट होने लगी है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अरब सागर पर बने चक्रवात का असर अब मध्य प्रदेश पर नहीं है। इस वजह से आसमान साफ होने लगा है। धूप निकलने के कारण अब दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। हवाओं का रुख उत्तरी-पूर्वी एवं उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। उत्तर भारत की तरफ से आ रही सर्द हवाओं से रात में सिहरन और बढ़ने की संभावना है।
मौसम का इस तरह का मिजाज अभी दो दिन तक बना रह सकता है। तीन-चार दिन बाद अरब सागर में एक नया चक्रवात बनने के संकेत मिले हैं। उसके प्रभाव से नमी आने के कारण एक जनवरी से राजधानी सहित प्रदेश के कई शहरों में वर्षा होने का सिलसिला भी शुरू हो सकता है।