भोपाल। वैसे तो प्रदेश के कई जिलों में प्री-मानसून गतिविधियों के तहत बीते दो-तीन दिनों से अच्छी बारिश हो रही है, लेकिन अभी भी कुछ जिले ऐसे हैं, जहां बारिश ना के बराबर हुई है। राजधानी की बात करें तो यहां बूंदा-बांदी के अलावा कुछ नहीं हुआ है। बादल आते हैं, लेकिन बिन बरसे ही निकल जाते हैं। यही हाल कई शहरों का है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डा. ममता यादव की मानें तो मानसून श्रीलंका के मध्य भाग तक पहुंच गया है और अब इंतजार बस उसके केरल पहुंचने का है। जिस तरह के बादल उस हिस्से पर दिखाई दे रहे हैं, उन्हें देखकर यह उम्मीद है कि 48 से 72 घंटे में मानसून केरल में दस्तक दे सकता है।
विज्ञानियों की मानें तो मध्यप्रदेश के उत्तर पूर्वी इलाकों रीवा, सिंगरौली और आसपास के कुछ भागों में 28 मई को बारिश होने की संभावना है। वहीं ग्वालियर से लेकर टीकमगढ़ और सागर, सतना, पन्नाा, खजुराहो के भी कुछ इलाके ऐसे हो सकते हैं, जहां बादल बन सकते हैं और हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि इसकी संभावना 50 प्रतिशत से भी कम है। वहीं पश्चिमी मध्य प्रदेश में उज्जैन, इंदौर, रतलाम, मंदसौर, धार, खरगोन, भोपाल, विदिशा इन सभी क्षेत्रों में 28 मई को मौसम शुष्क रहेगा। 24-25 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगी लेकिन इन हवाओं की तासीर शुष्क नहीं रहेगी, क्योंकि ये हवाएं गुजरात से होकर आ रही हैं। इसलिए तापमान भले ही गर्म रहेगा, लेकिन भीषण गर्मी महसूस नहीं होगी। उमस रह सकती है।