भोपाल | ठंड की दस्तक हो चुकी है। धीरे-धीरे ठंड तेज भी होती जा रही है। मौसम बदलने से कई तरह के संक्रमण का खतरा रहता है। अस्थमा, एलर्जी, श्वास नली में संक्रमण समेत कई तरह की तकलीफें मौसम बदलने के साथ होती हैं। ऐसे में अच्छा खान-पान आपको मजबूत बनाकर बीमारियों से लड़ने की ताकत देगा। राजधानी भोपाल की डायटीशियन डॉ. विनीता मेवाड़ा ने बताया कि हमारा खान-पान मौसम के अनुकूल होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस वक्त फ्रीज में रखी ठंडी चीजें खाने से परहेज करें। स्वस्थ रहने के लिए फलियां, नट्स, बीज आदि का उपयोग अपने आहार में करें। सलाद में गाजर, मूली आदि लें। यह बीटा करोटिन से भरपूर होते हैं। इसके अलावा इनमें फाइबर भी पर्याप्त मात्रा में होते हैं, जो भोजन को पचाने में मदद करते हैं। डायबिटीज के रोगी मिश्रित अनाज की रोटी लें। मीठी चीजें खाने से परहेज करें। खाने में एंटीऑक्सीडेंट चीजों को शामिल करें। इसके लिए पुदीना, लेमनग्रास, कड़ी पत्ता, तुलसी, दालचीनी आदि खाना, चाय या सूप के साथ ले सकते हैं।
शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए भोजन में प्रोटीन की मात्रा अच्छी होनी चाहिए। सभी प्रकार की दालें, मूंग, राजमा, पनीर इसके अच्छे स्रोत हैं। जो लोगा मांसाहारी हैं, वे मछली, चिकन और अंडा ले सकते हैं। भारतीयों की त्वचा के लिहाज से आधे घंटे धूप में बैठना जरूरी है।
इससे विटामिन डी की कमी पूरी हो जाती है। सर्दियों के मौसम में माइक्रोग्रीन्स का उपयोग करना चाहिए। इन्हें घर में ही उगा सकते हैं। इनमें धनिया, मेथी, सरसों आदि शामिल है। ये आयरन, पोटैशियम, विटामिन ए और सी के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां ठंड में खूब मिलती हैं। ये विटामिंस व मिनरल्स की बढि़या स्रोत होती हैं।
डॉ. विनीता का कहना है की अदरक और लहसुन को भी भोजन में जरूर शामिल करें। लहसुन में सेलेनियम, जर्मेनियम, सल्फा हाइड्रिल व एमीनो एसिड होते हैं जो प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने में मदद करते हैं। अदरक को चाय, सूप और सब्जियों में डाल सकते हैं। यह प्राकृतिक एंटीबायोटिक है। इनसे ब्लड प्रेशर और फ्लू से बचाव होता है।