नई दिल्ली । कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के नए मुख्यमंत्री बनाए गए हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद सुखजिंदर सिंह रंधावा के मुख्यमंत्री बनने की चर्चा जोरों पर थी, लेकिन चरणजीत सिंह चन्नी को यह जिम्मेदारी दी गई है। चंडीगढ़ में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में चरणजीत सिंह चन्नी को निर्विरोध विधायक दल का नेता चुन लिया गया। मुख्यमंत्री पद के लिए चन्नी के नाम पर मोहर लग जाने के बाद वे कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत के साथ राज्यपाल से मिलने के लिए राजभवन गये और विधायकों का समर्थन-पत्र सौंपा। राज्यपाल ने उन्हें सोमवार 11 बजे शपथ-ग्रहण का समय दिया है।
उधर, कांग्रेस के पंजाब प्रभारी ने इस बात की पुष्टि की है कि पंजाब में दो उप-मुख्यमंत्री भी बनाये जाएंगे। लेकिन उनके नामों का फैसला मुख्यमंत्री के शपथ-ग्रहण समारोह के बाद उनकी सम्मति से लिया जाएगा। हरीश रावत ने कहा कि ये आम भावना है कि दो डिप्टी सीएम भी होने चाहिएं, कुछ नामों पर विचार भी हुआ है, लेकिन ये मुख्यमंत्री के अधिकार-क्षेत्र में आता है, इसलिए वही इस बारे में आलाकमान से बात करेंगे और नाम तय करेंगे।
पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी दलित समुदाय से आते हैं। 58 वर्षीय चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री होंगे। ये पंजाब राज्य की चमकौर साहिब सीट से कांग्रेस के विधायक हैं और तीसरी बार विधायक चुने गये हैं। चन्नी को उनके बेदाग राजनीतिक करियर के लिए जाना जाता रहा है। इससे पहले वह राज्य में नेता विपक्ष की भूमिका भी अदा कर चुके हैं। फिलहाल वह कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में तकनीकी शिक्षा मंत्री के तौर पर कामकाज देख रहे थे।