सोमवार को सूत्रों के हवाले से आई खबर के अनुसार चीन ने पूर्वी लद्दाख में तनावपूर्ण गलवान नदी घाटी में कम से कम एक किलोमीटर की दूरी तक सैनिकों को पीछे हटा लिया है, जहां 15 जून को चीनी सैनिकों के साथ घातक हमले में कार्रवाई में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सैनिक भी पीछे हट गए हैं और दोनों पक्षों की सेनाओं के बीच एक बफर जोन बनाया गया है।
सूत्रों के अनुसार, नदी के किनारे तटबंध पर अवैध रूप से कब्जे वाली जगह पर चीनी सैनिकों द्वारा बनाए गए अस्थायी ढांचे को हटाया जा रहा है। सूत्रों ने बताया है कि, चीनी सेना को टकराव की जगह के पास एक साइट पर टेंट और ढांचों को ध्वस्त करते हुए देखा गया था और वाहनों को क्षेत्र से वापस जाते हुए देखा गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुक्रवार को लद्दाख फॉरवर्ड पोस्ट की आश्चर्यजनक यात्रा के तीन दिन बाद पिछले 24 घंटों में चीनी सेना के पीछे हटने (pull-back) की रिपोर्ट सामने आई है, जहां उन्होंने चीन का नाम लिए बिना हजारों सैनिकों को संबोधित किया और जोर देकर कहा कि “विस्तारवाद का युग” ख़त्म हो चूका है और विस्तारवादी ताकतों को या तो हार का सामना करना पड़ा है या उन्हें वापस जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।