ग्वालियर। मेरे पति सीआईएसएफ में जवान हैं। वैसे तो वह लोगों की सेवा करते हैं, लेकिन नारी के लिए सम्मान कभी नहीं सीखा। शादी के बाद से 25 लाख रुपए दहेज की मांग को लेकर मारते-पीटते हैं। मांग पूरी न होने पर उन्होंने मुझे इतना प्रताड़ित किया कि शादी के 6 महीने बाद मैंने फिनायल पीकर जान तक देने की कोशिश की। हालांकि जान बच गई। उस समय तो पति ने कभी परेशान नहीं करने का वादा किया, तो पुलिस केस से बचा लिया। कुछ दिन बाद फिर वे परेशान करने लगे। सास-ससुर भी परेशान करते हैं। कुछ दिन पहले पति ने मुझे मारपीट कर घर से निकाल दिया। घटना 15 जनवरी 2021 से अभी तक के बीच की है। मुझे पता लगा है कि कोर्ट में तलाक के लिए आवेदन भी कर दिया है। शिकायत पर महिला थाने में जवान व उसके परिवार के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।
कदम साहब का बाड़ा की रहने वाली हर्षलता (24) पुत्री मुन्ना लाल उर्फ लक्ष्मण सिंह ग्रेजुएट है। उसकी शादी सिरोल हुरावली के रहने वाले मुकेश मान्या से 15 जनवरी 2021 को हुई थी। मुकेश CISF में जवान है। इस समय वह दिल्ली में पदस्थ है। शादी में मुकेश को हर्षलता के परिजन ने मांग के अनुसार 8 लाख रुपए नकद समेत करीब 20 लाख रुपए खर्च किए थे। विदा होकर जब हर्षलता ससुराल पहुंची तो पति मुकेश, सास वैजन्ती व देवर विवेक मान्या उसे दहेज कम लाने के लिए ताने मारने लगे। शुरुआत में सोचा कि वक्त के साथ सब ठीक हो जाएगा, लेकिन व्यवहार में परिवर्तन नहीं आया। उसके साथ मारपीट की जाने लगी। मायके से 25 लाख रुपए लाने के लिए दबाव बनाया जाने लगा।
शादी की पहली रात गर्भ निरोधक गोलियां खिलाईं
पीड़िता ने बताया कि शादी की पहली रात पति ने मुझे गर्भनिरोधक गोलियां खिलाईं। जबरदस्ती यह गोलियां खिलाई गईं। इसके बाद यहां तक कहा कि 12 साल से एक लड़की से मैं प्रेम करता हूं। उसके कहने पर ही शादी की है। मुझे लगातार प्रताड़ना दी। जब हद पार हो गई, तो मैंने एक दिन फिनायल पीकर खुदकुशी का प्रयास किया, लेकिन किस्मत से जान बच गई। जब मैंने दहेज की मांग पूरी करने में असमर्थता जताई, तो पति व सास और देवर ने मेरे साथ मारपीट की। जब मेरे पिता को पता चला, तो वह समझाने आए। पति ने उनसे भी 25 लाख रुपए की मांग की। उस समय पिता और अन्य रिश्तेदारों द्वारा समझाने पर कुछ दिन शांत रहे। इसके बाद मुझे घर से निकाल दिया। अब मैंने महिला थाने पहुंचकर शिकायत की। कई बार काउंसिलिंग की गई, पर पति और ससुराल वाले मानने को तैयार नहीं हैं।