भोपाल। फरवरी 2025 में भोपाल में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए निवेशकों को आमंत्रित करने और संभावित निवेश के अवसर तलाशने हेतु मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 24 से 30 नवंबर तक छह दिवसीय विदेश दौरे पर रहेंगे। इस यात्रा में उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारी भी शामिल होंगे।
लंदन से शुरू होगी यात्रा
मुख्यमंत्री अपनी विदेश यात्रा की शुरुआत 24 नवंबर को लंदन से करेंगे और 27 नवंबर को जर्मनी के लिए रवाना होंगे। इस दौरे के दौरान वे यूनाइटेड किंगडम (यूके) के लंदन और बर्मिंघम में तीन दिन, जबकि जर्मनी के म्यूनिख और स्टटगार्ट में दो दिन व्यतीत करेंगे। इन स्थानों पर वे उद्योगपतियों और औद्योगिक प्रतिनिधियों से मुलाकात कर औद्योगिक सहयोग और निवेश के अवसरों पर चर्चा करेंगे।
मुख्य कार्यक्रमों का विवरण
25 नवंबर मुख्यमंत्री ब्रिटिश संसद वेस्टमिंस्टर, किंग्स क्रॉस और पुनर्विकास स्थलों का दौरा करेंगे। लंदन में “फ्रेंड्स ऑफ मध्य प्रदेश” (प्रवासी भारतीय) द्वारा आयोजित रात्रि भोज में भी शामिल होंगे।
26 नवंबर उद्योगपतियों और भारत के उच्चायुक्त विक्रम के. दोरईस्वामी से मुलाकात करेंगे। “इन्वेस्टमेंट अपॉर्च्युनिटीज इन मध्य प्रदेश” पर एक इंटरएक्टिव सेशन में लगभग 120 प्रतिभागियों से चर्चा करेंगे। इलेक्ट्रिक वाहन, ऑटोमोबाइल, शिक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा और फूड प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए राउंडटेबल और वन-टू-वन मीटिंग्स करेंगे।
27 नवंबर वारविक यूनिवर्सिटी का दौरा करेंगे और वारविक मैन्युफैक्चरिंग ग्रुप के डीन, फैकल्टी और शोधार्थियों से चर्चा करेंगे। इसके बाद जर्मनी के म्यूनिख के लिए रवाना होंगे।
जर्मनी में निवेश अवसरों की खोज
28 नवंबर म्यूनिख में बवेरिया राज्य सरकार के नेताओं और भारतीय काउंसुल जनरल से मुलाकात करेंगे। एसएफसी एनर्जी का भ्रमण करेंगे और बेयरलोचर ग्रुप द्वारा आयोजित भोज में शामिल होंगे।
29 नवंबर स्टटगार्ट में लेप्प ग्रुप की फैक्ट्री का दौरा करेंगे और निवेश के अवसरों पर चर्चा करेंगे। 20 प्रतिनिधियों के साथ राउंडटेबल बैठक करेंगे और स्टटगार्ट के स्टेट म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री का भ्रमण करेंगे।
यात्रा का समापन
मुख्यमंत्री 29 नवंबर को फ्रैंकफर्ट के लिए रवाना होंगे और वहां से नई दिल्ली लौटेंगे। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करना और मध्य प्रदेश को वैश्विक औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करना है।