भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में छह माह का समय ही बाकी है। इसके पहले भारतीय जनता पार्टी हर वर्ग को साधने में जुट गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को मंत्रियों के साथ बैठक की। इसमें मंत्रियों को प्रभार वाले जिलों में फोकस करने को कहा गया है। जिलों में सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने मुलाकात करने को कहा है। मंत्रियों को चुनावी मोड में कार्य करने के निर्देश दिये गए हैं। सीएम ने मंत्रियों को लाड़ली बहना योजना समेत सभी जनहितैषी योजनाओं का प्रचार करने और लोगों में सरकार के लिए साकारात्मक माहौल बनाने को भी कहा है।
सीएम ने अंबेडकर महाकुंभ में 16 अप्रैल को बड़ा आयोजन की तैयारी को लेकर भी मंत्रियों से बातचीत की। इसके लिए मंत्रियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है। कार्यक्रम में एक लाख लोगों को लाने की योजना है। भाजपा की रणनीति अनुसूचित जाति वर्ग को साधने की है।
बैठक में सीएम ने सभी मंत्रियों के कामकाज को लेकर भी चर्चा की। सीएम मंत्रियों के परफार्मेंस को लेकर लंबे समय से बातचीत कर रहे हैं। इस बैठक के बाद मंत्रिपरिषद विस्तार की अटकलें भी तेज हो गई है। ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि जल्द ही मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। अभी सीएम के साथ तीस मंत्री है। चार मंत्रियों के पद खाली है। इन पर नए चेहरे को मंत्री पद की शपथ दिला कर नाराज विधायकों और मंत्रिपरिषद में क्षेत्रीय संतुलन को साधा जा सकता है।