भोपाल। दलबदल पर शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहली बार खुलकर बोले। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के हमले पर पलटवार करते हुए कहा कि हम किसी की मेहरबानी से सरकार नहीं चला रहे हैं। शिवराज अपने आवास पर मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक बात मैं जोर देकर कहना चाहता हूं, अगर वे (ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्री) गलत लोग होते, तो जनता हजारों वोटों से कैसे जिताती, जो कांग्रेस में रहकर एक हजार-दो हजार वोटों से जीते थे। भाजपा में आने के बाद 50-50, 60-60 हजार वोटों से चुनाव जीते हैं।
किसी की मेहरबानी से हम सरकार नहीं चला रहे हैं। उन्होंने इस्तीफा दिया, चुनाव लड़ा और शान से जीतकर आए। बता दें कि कमल नाथ सरकार के 22 विधायकों ने मार्च 2020 में अपने नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ दी थी। उन्होंने अपने पदों से इस्तीफा दिया और भाजपा की सदस्यता ली। फिर उप चुनाव में भाजपा के टिकट से मैदान में उतरे और पहले से अधिक वोटों से जीतकर आए। तब जाकर भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला