भोपाल। ग्रामीण जनजातीय तकनीकी प्रशिक्षण में शामिल हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कलाकारों के साथ ढोल बजाकर नाचे। कार्यक्रम में उन्होंने कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया का नाम पुकारते हुए कहा कि एक कमी लग रही है। इस ट्रेनिंग में भांजियां भी होनी चाहिए थी। चर्चा कर उन्हें भी आगे शामिल किया जाए। भोपाल में शुक्रवार को कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में देश का पहला ग्रामीण जनजातीय तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने इसका शुभारंभ किया। इसमें जनजातीय क्षेत्रों के 150 युवा शामिल हुए।
कार्यक्रम में शामिल हुए भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने कहा कि हमारे देश में समाज और प्रशासन समांतर रूप से चलते हैं। प्रशासन को बहुत बार ठेकेदार चलाते हैं, सरकार नहीं चलाती। ऐसे में समाज और प्रशासन, समाज और सरकार की योजनाएं नजदीक आना चाहिए। हमारे बहुत सारे नेता समझते हैं कि एक दिन भाषण दे दिया और दूसरे दिन समाज परिवर्तन हो जाएगा। इतना आसान नहीं है, समाज परिवर्तन करना।
बीएल संतोष ने सीएम शिवराज की तारीफ करते हुए कहा कि हमारे बीच में बहुत सारे नेता होते हैं, इनमें कुछ परिश्रमी होते हैं। कुछ लोग संवेदनशील होते हैं। कुछ लोग विकास के प्रति प्रतिबद्ध रहते हैं। कुछ लोग जन नेता होते हैं। सब अलग-अलग होते हैं। कुछ ही लोग इतिहास में ऐसे हुए हैं, जिनके नाम के नीचे हम इन सभी विशेषताओं को लिख सकते हैं। हम उनकी प्रोफाइल में लिख सकते हैं कि यह लोकप्रिय भी है, विकासशील भी है, विजनरी भी है, हार्डवर्किंग भी है। यह सब हम जिनके लिए लगा सकते हैं, उनमें हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं। कार्यक्रम में जनजातीय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव भी शामिल हुए।