भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नए साल के पहले वर्किंग डे यानी सोमवार से 2021 वर्किंग प्लान को लेकर कसावट शुरू करने जा रहे हैं। मंत्री और मंत्रालय के अफसरों की बैठक के बाद सीएम सोमवार को कलेक्टर-कमिश्नर्स की वीसी लेकर जिला स्तर पर इसकी शुरुआत करेंगे।
सीएम ने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश अभियान और सुशासन के लिए वो अफसरों की नाक में दम करने वाले हैं।
नए साल की शुरुआत से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एक्शन मोड में हैं। धार्मिक यात्रा से लौटने के बाद शनिवार को भोपाल आते ही सीएम ने मंत्रियों से लेकर मंत्रालय के वरिष्ठ अफसरों की क्लास से डाली। अपनी टीम के सामने 2021 वर्किंग प्लान रखने के बाद सीएम अब इसे जिला स्तर पर लागू करने के लिए सोमवार को कलेक्टर-कमिश्नर्स की बैठक बुलाई है।
2021 के वर्किंग प्लान में सीएम ने आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक सशक्तिकरण के साथ आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का रोडमैप लागू करने पर तो फोकस किया ही है। साथ ही माफिया मुक्त मध्य प्रदेश की मुहिम के साथ सुशासन पर सीएम का अधिक फोकस है।
– सिंगल सिटीजन डाटाबेस का हितग्राही मूलक योजनाओं में उपयोग शुरू करना।
– शासकीय सेवाओं के लिए इलेक्ट्रोनिक।
– योजनाओं की मंजूरी के बाद बिना किसी देरी के हितग्राहियों को सहायता।
– मंडी और श्रम सुधारों को प्रभावी रूप से लागू करना।
– रोजगार के नए अवसर।
– जिला स्तर के कार्यों की माॅनिटरिंग के लिए डैशबोर्ड।
– महिला स्वसहायता समूह, कृषि उत्पादक संगठन और सहकारिता को जनअंदोलन बनाना।
– पब्लिक हेल्थ केयर का बुनियादी ढांचा उच्च कोटी का बनाना।
– नगरीय के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में अधोसंरचना विकास
– प्रत्येक गांव तक इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंचाना।
– हर व्यक्ति का कोविड टीकाकरण
– मिनिमम गवर्नमेंट और मैक्सिमम गवर्नेंस।
सीएम के एक्शन मोड को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है कि ये सब दिखावे के लिए हो रहा है। धरातल पर ऐसा कुछ नजर नहीं आने वाला। अजय सिंह यादव, प्रवक्ता, कांग्रेस वीओ-3 कलेक्टर-कमिश्नर्स कांफं्रेस में सीएम का इस बात को लेकर भी फोकस रहेगा कि योजनाओं को तय समय पर पूरा कराने की जिम्मेदारी जिला कलेक्टर और संभागायुक्तों की होगी। सीएम खुद हर हफते बड़े योजनाओं की समीक्षा करेंगे।