भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को दिल्ली दौरे पर रहे। यहां उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने राष्ट्रपति को मध्यप्रदेश आने का न्योता भी दिया। इसके बाद वे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले। जहां उन्होंने नड्डा को पंचायती राज के नवनिर्वाचित सदस्यों के होने वाले सम्मेलन की जानकारी दी और उनसे इसमें शामिल होने का आग्रह किया। जिस पर उन्होंने अपनी स्वीकृति दे दी। यह सम्मेलन अक्टूबर माह में मध्यप्रदेश में आयोजित करने की तैयारी है, हालांकि अभी इसकी तारीख तय नहीं है। इस मुलाकात के बारे में सोशल मीडिया पर बताते हुए उन्होंने लिखा।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से हुई मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने लिखा- महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी का सरल, सहज और जुझारू व्यक्तित्व कार्य करने की नई प्रेरणा देता है। यह देश का सौभाग्य है कि उनके रूप में एक तपस्वी, जनसेवी और कर्मठ राष्ट्रपति देश को मिली हैं और उनसे प्रेरणा प्राप्त कर मध्यप्रदेश भी आगे बढ़ेगा। इसके साथ ही उन्होंने ये ट्वीट भी शेयर किया
वही भाजपा संसदीय बोर्ड से बाहर होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहली प्रतिक्रिया में कहा था- मुझे बिल्कुल भी घमंड नहीं है कि मैं ही योग्य हूं। पार्टी मुझे दरी बिछाने का काम देगी तो राष्ट्र हित में यह भी करूंगा। पार्टी कहेगी कि जैत (मुख्यमंत्री का गृह गांव) में रहो तो वहां रहूंगा। पार्टी कहेगी कि भोपाल में रहो तो वहां रहूंगा। राजनीति में व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं होना चाहिए। बीजेपी एक विशाल परिवार है। इसके प्रवाह में कोई आगे बढ़ता है तो कोई बाहर आता है। केंद्रीय स्तर पर एक टीम होती है जो यह तय करती है कि किसे, क्या काम करना है। जैसे हम प्रदेश में तय करते हैं।