इंदौर। निर्माण कार्यों के भूमिपूजन के लिए सीएम शिवराज 25 दिसंबर को इंदौर आएंगे। वे इंदौर में चल रहे मेट्रो प्रोजेक्ट की काम की समीक्षा करेंगे। मेट्रो के 1400 करोड़ के दूसरे चरण का भूमिपूजन करेंगे। इसके लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।जानकारी के मुताबिक इंदौर-खंडवा रोड का काम 25 दिसंबर से शुरू होगा। सीएम शिवराज इसका भूमिपूजन करेंगे। सड़क निर्माण के टेंडर स्वीकृत हो चुके हैं। वर्क ऑर्डर जारी किया जा रहा है। 25 दिसंबर को इसका भूमिपूजन होगा। सीएम शिवराज राधास्वामी कोविड सेंटर के पास पहुंचेंगे जहां कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
दरअसल एनएचएआई ने इंदौर-खंडवा रोड को बनाने के लिए करीब 54 करोड़ नगर निगम को दिए थे। रोड 104 फीट चौड़ा बनाना जरूरी है। एनएचएआई ने जो सर्वे रिपोर्ट दी थी उसमें सर्विस लेन पर पैवर ब्लॉक लगाने की योजना थी, लेकिन निगम के सर्वे में यह बात सामने आई कि सीमेंट-कांक्रीट रोड बनाना जरूरी है। इसमें करीब 110 करोड़ का खर्च आएगा। पहले चरण में भंवरकुआं से तेजाजी नगर अंडरपास तक सिक्स लेन में सीमेंट-कंक्रीट रोड बनाई जाएगी। तीन मीटर चौड़ा सेंटर मीडियन भी बनाया जाएगा ताकि मेट्रो प्रोजेक्ट व ब्रिज निर्माण की बाधाओं के चलते परेशानी न आए। इसके साथ ही गांधीनगर से आईएसबीटी तक मेट्रो के बाय डेट के 79 और बाकी के 7 एलिवेटेड स्टेशन बनाने का काम रेल विकास निगम करेगा। सुपर कॉरिडोर पर कास्टिंग यार्ड को लेकर काम भी शुरू कर दिया है।
मेट्रो प्रोजेक्ट के साथ ही इंदौर के रेलवे स्टेशन के कायाकल्प की भी योजना है। इंदौर एयरपोर्ट की तरह ही रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण किया जाएगा। योजना है कि स्टेशन पर होटल और शॉपिंग मॉल भी बनाए जाएंगे। सांसद शंकर लालवानी ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात के बाद वीडियो जारी किया। इसमें कहा कि इंदौर-अकोला ब्रॉडगेज ट्रैक बन जाने के बाद सेंट्रल लाइन के मैन ट्रैक से कनेक्टिविटी हो जाएगी और यात्रियों की संख्या भी बढ़ जाएगी। ऐसे में आने वाले 50 साल की ज़रूरतों के हिसाब से ये स्टेशन बनाया जाएगा। सांसद लालवानी ने नए बने सरवटे बस स्टैंड से रेलवे स्टेशन तक की एप्रोच और मेट्रो से भी जोड़ने के लिए कहा है। अधिकारियों से कहा कि बस से इंदौर आने वाले यात्रियों को रेलवे स्टेशन तक पहुंचने में और ट्रेन से आकर कोई एयरपोर्ट तक पहुंचना चाहता है तो उसे मेट्रो पकड़ना आसान होना चाहिए।
मेट्रो प्रोजेक्ट पर अब तक खर्च हुए 162 करोड़ रुपये
इंदौर के मेट्रो प्रोजेक्ट की बात करें तो अब तक इंदौर मेट्रो पर करीब 162 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं लेकिन काम के लिहाज से देखें तो सिर्फ एक प्रतिशत काम ही हो पाया है। विधानसभा में विधायक जीतू पटवारी द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में यह बात सामने आई है। नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने जबाव देते हुए बताया है कि स्मार्ट सिटी के तहत इंदौर में 867 करोड़ के कार्य हुए हैं। 30 नवंबर तक यह राशि खर्च हुई है। इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट को भूकंप सेसमिक जोन-4 में डाल दिया है जिसके चलते लगभग 2 हजार करोड़ रुपये की लागत बढ़ गई है। उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2019 में मेट्रो के पहले फेस में 5.29 किलोमीटर का भूमिपूजन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया था। उसके बाद से प्रोजेक्ट बंद था। इस साल अगस्त से फिर से प्रोजेक्ट शुरू हुआ है।