भोपाल। मध्य प्रदेश समेत देश भर में आज यानि बुधवार को 24वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है। यह विशेष दिवस भारतीय सेना के उन जांबाजों को समर्पित है, जिन्होंने तमाम चुनौतियों को पार करते हुए 26 जुलाई 1999 को पाकिस्तानी सैनिकों को कारगिल से खदेड़कर दुर्गम चोटियों पर फिर से भारत का तिरंगा फहराया था। कारगिल विजय दिवस के इस खास मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल के शौर्य स्मारक पहुंचे कारगिल विजय दिवस पर शौर्य स्मारक स्थित शौर्य स्तंभ पर पुष्प-चक्र अर्पित कर बलिदानी सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके शौर्य, अदम्य साहस व बलिदान का स्मरण किया।
सीएम शिवराज ने कहा- ‘शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले। वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा। भारत माता के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीदों को प्रदेश की 9 करोड़ जनता की ओर से श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। वो थे जिन्होंने हमारे देश की एक-एक इंच जमीन दुश्मनों से मुक्त कराने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। हमें उन पर गर्व है।
सीएम शिवराज ने आगे कहा- ‘अटल जी उस समय देश के प्रधानमंत्री थे, हमारी सेनाओं ने ये दिखा दिया कि भारत माता की ओर अगर कोई आंख उठाकर देखेगा तो वह छोड़ा नहीं जाएगा, आज मोदी जी के नेतृत्व में वैभव शाली और शक्तिसंपन्न देश का निर्माण हुआ है। भारत आज महाशक्ति है। हम सदैव प्रणाम करते हैं अपने वीर सैनिकों को, वायु सेना, जल सेना और थल सेनाएं। तीनों सेनाएं देश की सुरक्षा कर रही हैं। हमें अपनी तीनों सेनाओं पर गर्व है।
इससे पहले सीएम शिवराज ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने साल 1999 में मई से जुलाई के मध्य पाकिस्तान से हुए उस युद्ध के दौर को याद करते हुए कहा कि वो एक ऐसा युद्ध था, जिसमें दोनों सेनाएं बराबरी पर नहीं थीं। भारतीय सेना के हमारे वीर जवानों ने ऊंची पहाड़ियों पर चढ़ाई चढ़ते हुए विजय पताका फराई। भारतीय सेना ने जिस वीरता का परिचय दिया, वह दुनिया के इतिहास में अद्भुत, अभूतपूर्व है।
पाकिस्तानी सेना को हमने खदेड़ा। पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए। हमारे भी 527 जवान बलिदान हुए। मैं उनके चरणों में श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। उनकी वीरता को, अदम्य साहस को, शौर्य को ये देश सदैव याद रखेगा।