भोपाल। विपक्षी पार्टियों की एकजुटता के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाजपा कार्यकर्ताओं के सामने दिए बयान को लेकर सियासत गरमा गई है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोदी के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि एक भी भ्रष्टाचार बचेगा नहीं। यह संकल्प न केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार का है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि जितने भी बड़े-बड़े घोटाले करने वाले हैं, वह सभी कार्रवाई के डर से इकट्ठा हो रहे हैं। इनमें वैचारिक एकता नहीं है। इनकी एक समान सोच नहीं है। इनके कार्यक्रम भी समान नहीं है। यह अलग-अलग राज्यों में बुरी तरह लड़-भिड़ रहे हैं। एक-दूसरे की गर्दन काटने को उतारू रहते हैं। अलग-अलग विचारधारा वाले विरोधाभासी लोग, एक-दूसरे के कट्टर वैचारिक दुश्मन आज इकट्ठा क्यों हो रहे हैं? जवाब साफ है कि उन्हें जेल दिखाई दे रही है। गड़बड़ी करने वालों को मोदी जी छोड़ेगे नहीं। मध्य प्रदेश और बाकी राज्यों में गड़बड़ करने वाले किसी भी कीमत पर नहीं बचेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस केवल झूठ की गारंटी देती है। इंदिरा जी ने 1971 में गरीबी हटाओ का नारा दिया, गरीबी हटी क्या? उन्होंने कहा कि सरेआम झूठ बोलना, गारंटी केवल झूठ बोलने की है। क्या 10 दिन में कर्जा माफ किया? क्या बेरोजगारी भत्ता दिया गया? क्या फसलों पर कोई बोनस दिया? इन्होंने कौन-सा वचन पूरा किया?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक के बाद एक यह लोग झूठ बोलते गए। फिर गारंटी देने आए हैं। इनकी गारंटी सच में केवल भ्रष्टाचार की गारंटी है। महिलाओं के अपमान की गारंटी है। नौजवानों को ठगने की गारंटी है। किसानों को छलने की गारंटी है। धोखा देने की गारंटी और ऐसे गारंटी देने वाले जनता की नजरों से उतर चुके हैं।
सीएम बोले कि इन्होंने अनुसूचित जनजाति का विकास नहीं किया। इतने साल के राज में ये पिछड़े कैसे रह गए? इन्होंने अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज का विकास नहीं किया। आज भी गरीबी में जिंदगी जीने को विवश किया है तो कांग्रेस ने किया। वोट के लिए इकट्ठे कर लो, डरा-डरा कर झूठ फैला कर। कांग्रेस ने पाप किया है एससी, एसटी और अल्पसंख्यक मित्रों के साथ। अगर वास्तव में, सही अर्थों में सबका साथ सबका विकास प्रारंभ किया है तो प्रधानमंत्री जी ने प्रारंभ किया है। भाजपा की सरकार ने प्रारंभ किया है।