भोपाल। लाड़ली लक्ष्मी की तरह लाड़ली बहना योजना देशभर में लोकप्रिय होगी। यह बहनों की जिंदगी बदलने का अभियान है। जब तक बहनें सबल, सशक्त, आत्मनिर्भर और आत्मविश्वास से भरी नहीं होंगी, तब तक न कोई देश बन सकता है और न प्रदेश। इस योजना के तहत आवेदन भरने में किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। आनलाइन आवेदन जमा होने के बाद 15 से 30 मई तक आपत्तियों का निराकरण होगा। 31 मई को ग्राम पंचायत या स्थानीय निकाय में उपयुक्त जगह पर पात्रों की सूची चस्पा की जाएगी। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कही। वह लाड़ली बहना योजना को लेकर प्रदेश की ग्राम सभाओं को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस दौरान बालिकाओं और महिलाओं के लिए शुरू की गई सरकार की योजनाएं भी गिनाई। बेटी पैदा हो तो लाड़ली लक्ष्मी, स्कूल जाए तो किताब है, दूसरे गांव जाए तो साइकिल, स्कालरशिप की योजनाएं, फिर 12वीं में प्रथम श्रेणी में पास हो जाए तो गांव की बेटी योजना, उसका लाभ पांच हजार रुपया। प्रतिभा किरण योजना पांच हजार रुपये दिए जा रहे हैं। वह मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करे तो फीस मैं भरवाऊंगा। उन्होंने कहा- मुझे खुशी है कि लाड़ली लक्ष्मी योजना ने चमत्कार किया है, बेटा और बेटियों का अनुपात बदलने लगा है।
ढाई लाख रुपया सालाना से कम की आय, पांच एकड़ से कम जमीन, परिवार का कोई सदस्य शासकीय सेवा में ना हो, चार पहिया वाहन ना हो। कोई विधायक सांसद,सरपंच, निगम, मंडल बोर्ड की सदस्य ना हो। उम्र 23 से लेकर 60 साल वर्ष और विवाहित हों। आवेदन के समय परिवार की समग्र आइडी, आधार नंबर, समग्र आइडी में दर्ज मोबाइल नंबर होना चाहिए। आवेदन 30 अप्रैल तक आनलाइन भरे जाएंगे। सीएम ने कहा है कि ई-केवायसी के लिए बहनों से राशि ना ली जाए।