भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि चिकित्सकों के आंदोलन की वजह से स्वास्थ्य सेवाएं किसी भी हालत में प्रभावित नहीं होनी चाहिए। आकस्मिक और गंभीर सेवाओं के संचालन में कोई कसर न छोड़ी जाए। उन्होंने कहा कि डाक्टरों का हड़ताल पर जाना अनैतिक है। इसमें कार्रवाई का भी प्रविधान है। वह मंगलवार देर रात वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से कलेक्टर -कमिश्नरों से बात कर रहे थे।उन्होंने कहा कि 95 प्रतिशत मांगे सरकार ने मान ली हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेजों और अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्थाएं बनाएं। पीजी चिकित्सकों की सेवाएं लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं चलें। नर्सिंग होम में भी सतत संवाद रहे। पर्याप्त मात्रा में एंबुलेंस की व्यवस्था रहनी चाहिए।
आयुष्मान योजना में निजी अस्पताल में इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी। गंभीर मरीजों को चिह्नित कर शिफ्ट करें। स्वास्थ्य मंत्री डा. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि निजी अस्पतालों से पहले से बातचीत हो जाए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि स्थानीय स्तर पर चिकित्सकों से संवाद कर लें । उधर चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि चिकित्सक महासंघ की 95 प्रतिशत मांगे मान ली गई हैं । इसके बाद भी डाक्टर हठधर्मिता पर कर हड़ताल कर रहे हैं।