भोपाल। यह सही है कि हर पुरुष की सफलता के पीछे महिला का हाथ होता है। मेरी सफलता के पीछे भी मेरी पत्नी (साधना सिंह) का बहुत बड़ा हाथ है। उन्होंने हर काम में मेरा सहयोग किया है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कही। वे शुक्रवार को मिंटो हॉल में आइएएस ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन (आइसोवा) के कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने संस्था की वेबसाइट का लोकार्पण करते हुए कहा कि महिला सशक्तीकरण मेरे जीवन का प्रमुख उद्देश्य है। सार्वजनिक जीवन की शुरुआत से ही मैं इस दिशा में काम कर रहा हूं। विदिशा सांसद रहते हुए मैंने बेटियों को गोद लिया। उनमें से एक का कन्यादान पिछले दिनों किया। कार्यक्रम में साधना सिंह ने संस्था की ई-मैगजीन ‘विस्तार’ का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट में ‘आइसोवा’ ने समाज सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है। अब संस्था अपनी वेबसाइट के माध्यम से महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की मार्केटिंग करे, तो उन्हें अच्छा बाजार उपलब्ध हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पेड़ जीते-जागते आक्सीजन संयंत्र हैं। अधिक से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण को समृद्ध करें। मैं प्रतिदिन एक पेड़ लगाता हूं। मध्य प्रदेश में वृक्षारोपण के लिए अंकुर अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत पेड़ लगाते हुए अपना फोटो अपलोड करें। चौहान ने कार्यक्रम स्थल पर लगी प्रदर्शनी में आए उत्पाद शिवा स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाई गई साड़ियों, ओम जय जगदीश हरे समूह द्वारा बनाए गए मुनगा पावडर और अन्य समूहों द्वारा बनाए गए एलोविरा-नीम पावडर आदि उत्पादों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने युधीष्ठिर व यक्ष की कहानी सुनाते हुए कहा कि उनके बीच हुए प्रश्नोत्तर से यह तथ्य सामने आता है कि हर व्यक्ति को पता है कि वह एक दिन मरेगा, उसके बाद भी वह व्यवहार ऐसा करता है जैसे उसे हमेशा रहना है। यह सबसे बड़ा आश्चर्य है। व्यक्ति को अपने जीवन में एक-एक क्षण का बेहतर उपयोग कर अपने जीवन को अनमोल व महत्वपूर्ण बनाना चाहिए। मैं भी निरंतर यह प्रयास करता हूं कि मेरा एक-एक क्षण जनता के कल्याण तथा प्रदेश के विकास के लिए खर्च हो। आइसोवा की अध्यक्ष सिमरन बैंस ने बताया कि कोरोना के दौरान संस्था ने समाज सेवा की गतिविधियां संचालित कीं। इनमें मरीजों का निश्शुल्क इलाज, खाद्य सामग्री के पैकेट बांटना, बच्चों के लिए ऑनलाइन कम्प्यूटर कक्षाएं संचालित करना शामिल है। संस्था की सचिव सीमा सुलेमान ने बताया कि संस्था सेवा कार्य कर रही है। कोरोना सहायता के लिए संगठन ने 10 लाख रुपये मुख्यमंत्री सहायता कोष में दिए हैं।