भोपाल। इंदौर में विकास का नया अध्याय लिखा जाएगा। आज से इसकी शुरूआत होगी। मध्य प्रदेश में निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछले एक साल से जुटे हुए थे। देश-विदेश में घूम-घूम कर उन्होंने माहौल बनाया, निवेश का न्योता दिया है।
मुख्यमंत्री के अथक प्रयासों के बाद अब भारत का दिल मध्य प्रदेश, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से संभावित निवेशकों के लिए राज्य की क्षमताओं का विकास, निवेश के माहौल और बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने तथा अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए विकास का एक नया अध्याय लिखने के लिए तैयार है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 11-12 जनवरी को देश के सबसे स्वच्छ शहर एवं वाणिज्यिक राजधानी इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में होने जा रही है। उम्मीद है कि इस समिट में दो लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए एमओयू हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने दिल्ली, मुंबई, पुणे और बेंगलुरु में रोड-शो किए थे। उद्योगपतियों से नियमित रूप से वन-टू-वन चर्चा एवं प्रति सप्ताह उद्योगपतियों से भेंट भी की। इसके अलावा, उन्होंने विभिन्न देशों के संभावित निवेशकों के साथ भी बातचीत की। मुख्यमंत्री चौहान के इन्हीं प्रयासों से समिट प्रदेश के लिए गेम-चेंजर और मील का पत्थर बन सकती है। वर्ष 2007 से ही मध्य प्रदेश में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट दुनिया भर के निवेशकों और व्यापार समुदाय के लिए बहुत बड़ा सुअवसर बना है। इस बार भी जीआइएस एक ऐसा मंच होगा, जहां वैश्विक नेता, उद्योगपति और विशेषज्ञ उभरते बाजारों पर अपने विचार साझा करने, निवेश क्षमता का दोहन करने और फ्यूचर रेडी, मध्य प्रदेश की सफलता की कहानी का हिस्सा बनने के लिए एक साथ आएंगे।