भोपाल। भोपाल पुडुचेरी में तीन दिन के चिंतन से मध्य प्रदेश की तरक्की का रास्ता निकलेगा। यात्रा से सोमवार को मध्य प्रदेश लौट रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश की नई इबारत लिखने के लिए रणनीति पर काम शुरू करेंगे। इसके लिए सोमवार को सभी कैबिनेट एवं राज्यमंत्री, मुख्य सचिव, सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाई गई है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश के विकास का नया माडल रखेंगे। वे बताएंगे कि चुनावी साल में कैसे काम करना है और किन क्षेत्रों में विशेष ध्यान देना है। इसमें मंत्रियों और सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी। मुख्यमंत्री सपरिवार 28 दिसंबर की रात पुडुचेरी गए। वहां वे महर्षि अरविंद के आश्रम में रुके और आध्यात्मिक शांति के साथ उन्होंने नए साल में सरकार की रणनीति पर भी चिंतन किया।
आमतौर पर होता भी यही है, मुख्यमंत्री जब भी आध्यात्मिक या प्राकृतिक स्थान की यात्रा से लौटते हैं तो कुछ नया करते हैं। इस साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी हैं। ऐसे में सरकार का पूरा ध्यान चुनाव के मुताबिक रणनीति तैयार करने पर है। उम्मीद की जा रही है कि सोमवार को होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों और अधिकारियों से इस पर विस्तार से बात करेंगे।
बैठक में इंदौर में आठ से 10 जनवरी तक प्रस्तावित प्रवासी भारतीय सम्मेलन और 11 एवं 12 जनवरी को आयोजित होने वाले इंवेस्टर्स समिट की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों को जनता से सीधा संबंध बनाने का लक्ष्य देंगे। उन्हें अपने क्षेत्र और प्रभार के जिलों में नियमित रूप से दौरे करने को कहा जा सकता है।