भोपाल | मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने बोर्ड परीक्षाओं को मद्देनजर बड़ा फैसला किया है. सीएम शिवराज ने प्रदेश के सभी जनजातीय छात्रावास (hostels) फिर से खोलने के निर्देश दिए हैं, मुख्यमंत्री का कहना है कि ऑनलाइन क्लास पढ़ाई का परमानेंट विकल्प नहीं है. इसलिए हम सभी छात्रावास खोलने वाले हैं|
सीएम शिवराज ने कहा कि ऑनलाइन तरीके से क्लास लगाना पढ़ाई का कोई स्थायी विकल्प नहीं है, इसलिए हमने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के सभी जिलों के अनुसूचित जाति और जनजाति छात्रावासों को खोला जाना चाहिए. सीएम का कहना है कि यह फैसला 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के अलावा महाविद्यालयीन परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. उन्होंने कहा कि जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से छात्रावासों का संचालन आरंभ किया जा रहा है. लेकिन कोरोना को ध्यान में रखते हुए हमें सभी सावधानियां बरतनी चाहिए|
छात्रावास खोलने के निर्णय से प्रदेश के करीब 42 हजार छात्रों को फायदा होगा. सरकार के इस फैसले से 10वीं और 12वीं के 34 हजार और महाविद्यालय के करीब 8 हजार छात्रों को फायदा पहुंचेगा. मध्य प्रदेश में 1195 सीनियर छात्रावास, 152 महाविद्यालय के छात्रावास, 126 विशिष्ट संस्थाएं जैसे आवासीय विद्यालय, कन्या शिक्षा परिसर, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय और गुरूकुलम विद्यालय जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित किए जाते हैं. कोविड के बाद से ही इन छात्रावासों को बंद कर दिया था. लेकिन अब इन्हें फिर से खोला जा रहा है|
भले ही छात्रावास फिर से खोले जा रहे हैं, लेकिन छात्रावास में रहने के लिए हर छात्र के अभिभावकों की अनुमति होना जरूरी रहेगी. अगर किसी छात्र के अभिभावक की अनुमति नहीं होगी तो उसे छात्रावास में नहीं रहने दिया जाएगा. इसके अलावा कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए साफ-सफाई, स्वच्छता और सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ही यहां विद्यार्थियों को ही रहने की अनुमति दी जाएगी. यह सुविधा 9वीं तथा 11वीं के विद्यार्थियों के लिये नहीं होगी|
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि छात्रावास खुलने के बाद कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन किया जाए, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा. सभी छात्र सोशल डिस्टेसिंग का पालन करेंगे और मास्क लगाएंगे. इसके अलावा सभी छात्रावासों का उनके निकटतम शासकीय स्वास्थ्य केंद्र से संबद्ध करवाया जाएगा. ताकि छात्रावास में रहने वाले छात्रों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जा सके. इसके अलावा स्वास्थ्य केंद्र का मोबाइल नंबर छात्रावास के सूचना पटल पर लिखा रहेगा, ताकि किसी भी परेशानी में छात्र तत्काल स्वास्थ्य विभाग के संपर्क कर सके|
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