भोपाल। यूनियन कार्बाइड के रासायनिक कचरे को लेकर हो रहे विरोध-प्रदर्शनों के बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि फिलहाल केवल कचरा डंप किया गया है और इसे जलाने का अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया। सुप्रीम कोर्ट और विशेषज्ञ संस्थानों ने कचरे के निष्पादन के लिए पीथमपुर स्थित फैक्टरी को उपयुक्त स्थान बताया है।
विज्ञानियों की निगरानी में होगा कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रक्रिया को पूरी सावधानी और विज्ञानियों की निगरानी में अंजाम दिया जाएगा। सरकार किसी नागरिक को कोई नुकसान पहुंचाने का इरादा नहीं रखती। उन्होंने जनता से अपील की कि गलतफहमी और झूठी बातों से बचें। जनभावनाओं का सम्मान करते हुए सभी परिस्थितियों को उच्च न्यायालय के समक्ष रखा जाएगा।
राजनीतिक विरोध पर निशाना
डॉ. यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि झूठी बात फैलाने से बचा जाए। उन्होंने कहा कि जो दल इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं, वे अब 40 साल बाद भी भ्रम पैदा कर रहे हैं। सरकार सुप्रीम कोर्ट और वैज्ञानिकों के निर्देशों का पालन करते हुए कार्य कर रही है।
देर रात उच्चस्तरीय बैठक
मुख्यमंत्री ने पीथमपुर की स्थिति पर देर रात कैबिनेट मंत्री, विधायकों और अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि उनकी सरकार जनहित को प्राथमिकता देती है और किसी अफवाह पर विश्वास न करने की अपील की।
कांग्रेस का विरोध और सवाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस प्रक्रिया को भूमाफिया से जोड़ते हुए गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से पर्यावरण और पानी की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा। पटवारी ने मुख्यमंत्री से कचरे के निष्पादन की प्रक्रिया को रोकने की मांग की।
सरकार की अपील
मुख्यमंत्री ने जनता को आश्वासन दिया कि कोई भी निर्णय जनता की सुरक्षा और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुरूप लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से जनता के साथ है और किसी भी अफवाह या भ्रम से बचने की सलाह दी।