इंदौर। दिसंबर माह के दौरान मावठा गिरने से किसानों को काफी फायदा हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, जनवरी, फरवरी और मार्च के महीनों में भी बारिश की संभावना बनी हुई है, जिससे रबी की फसलों को लाभ मिलेगा।
पश्चिमी विक्षोभ का असर जारी
मौसम विज्ञान केंद्र पुणे के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक अनुपम काश्यपि के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश हो रही है। मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में अगले तीन महीनों में बारिश की संभावना जताई गई है।
तापमान में उतार चढ़ाव
पश्चिमी विक्षोभ के चलते हवाओं का रुख बदलने से दिन का तापमान बढ़ा है, जबकि न्यूनतम तापमान में आगामी दो-तीन दिनों तक हल्की वृद्धि होने की संभावना है।
भोपाल में शनिवार को दिन का तापमान 29.9 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 5.9 डिग्री अधिक) और रात का तापमान 7.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
अगले 48 घंटे बाद दिन और रात के तापमान में दो से तीन डिग्री तक गिरावट हो सकती है।
घने कोहरे की स्थिति
शनिवार सुबह निवाड़ी, मैहर, दक्षिण छतरपुर और उत्तरी शहडोल में घना कोहरा देखा गया।
विजिबिलिटी: ग्वालियर एयरपोर्ट पर शून्य, रीवा और सतना में 50 से 200 मीटर।
रविवार का पूर्वानुमान
अतिघना कोहरा: ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां।
घना कोहरा: सिंगरौली, रीवा, मऊगंज, सतना, छतरपुर, मैहर।
माध्यम कोहरा: सीधी, टीकमगढ़, निवाड़ी।
हल्का कोहरा: मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी।