ग्वालियर। ग्वालियर में बादलाें के कारण तापमान में भले ही बढ़ाेतरी हुई है, लेकिन दिन में शीतलहर के कारण लाेगाें काे कड़ाके की ठंड का अहसास हुआ है। खास बात यह है कि अगले तीन दिन घना काेहरा छाएगा और दृश्यता घटकर 50 मीटर से कम रह जाएगी। ऐसे में ग्वालियर में आपकाे हाेगा कुल्लू मनाली का अहसास। हालांकि काेहरे में ठंड कम रहेगी, लेकिन काेहरा छंटने के बाद शहर काे कड़ाके की ठंड झेलना पड़ेगी।
कोहरे के कारण दिन के तापमान में गिरावट रहेगी, लेकिन रात का तापमान नहीं घटेगा। 1 जनवरी से हवा का रुख उत्तरी हो जाएगा। उत्तरी हवा से रात के तापमान में तेजी से गिरावट आएगी। नए साल में दिन व रात में कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ेगा। नए साल में ठंड का जो दौर आएगा, काफी कड़ाके की ठंड वाला होगा। तीव्र शीत लहर सहित तीव्र शीतल दिन का सामना करना पड़ेगा। बारिश से जिले में मावठ हो गई है। रबी की फसल के लिए अमृत के रूप में पानी बरसा है। इससे सिंचाई में पानी कम लगेगा। सिंचाई में उपयोग होने वाली बिजली की बचत होगी। साथ ही फसलों को मजबूती मिलेगी।
बात दे अरब सागर से आ रही नमी के कारण मंगलवार को शहर का मौसम बिगड़ गया। बारिश से अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस से सात डिसे घटकर 16.7 डिग्री सेल्सियस पर आ गया, जो सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। दिन में ठंड से लोग ठिठुर गए और अति शीतल दिन का अहसास रहा। वहीं 12 घंटे में 7.1 मिली मीटर बारिश दर्ज हुई। मावठ की पहली बारिश फसलों के लिए अमृत बनकर बरसी है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में कोहरे की दस्तक होगी। 29 दिसंबर को बारिश थम जाएगी। पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद नए साल में उत्तरी हवा की दस्तक हो सकती है। इससे रात के तापमान में गिरावट आएगी
जम्मू-कश्मीर से दो पश्चिमी विक्षोभ गुजर रहे हैं। इन पश्चिमी विक्षोभों की वजह से एक ट्रफ लाइन बनी हुई है, जो मध्य प्रदेश होते हुए तेलंगाना तक जा रही है। ट्रफ लाइन की वजह से अरब सागर की नमी ग्वालियर-चंबल संभाग के ऊपर इकट्ठा हो रही थी।