ग्वालियर। दीपावली (Diwali) एक ऐसा त्यौहार है जिसे हर कोई बड़े उत्साह से मनाता है। यह त्यौहार पूजा से ज्यादा मिठाई और फटाको के लिए जाना जाता है। दीपावली (Diwali) वैसे तो 5 दिवसीय त्यौहार है लेकिन इस वर्ष कुछ तिथियों की उतर चढ़ाव की वजह से यह 4 दिवसीय त्यौहार रह गया है। अगर आम तौर पर देखे तो यह त्यौहार न ही 4 दिवसीय है ना ही 5 दिवसीय क्योकि इसके 15 दिन पहले से चहल पहल शुरू हो जाती है। सभी लोग अपने घरो की धुलाई-पुताई, साफ़-सफाई में लग जाते है। फिर मिष्ठान बनाये जाते है। फिर दीपावली (Diwali) के लिए नए कपडे खरीदते है।झालर, दीप, मोमबत्ती से घरो को सजाते है। कलेक्टर के आदेश अनुसार इस वर्ष यह त्यौहार सिर्फ मिठाई और सजावट का रह गया है।
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कलेक्टर के आदेश के मुख्य बिंदु –
- दीपावली (Diwali) एवं गुरुपर्व के दिन सिर्फ दो घन्टे यानि रात 8 से 10 बजे तक ही पटाखे चलाने की अनुमति रहेगी।
- छट पूजा पर भी 6 से 8 तक कर सकेंगे आतिशबाजी।
- क्रिसमस औऱ नव वर्ष पर सिर्फ 5 मिनिट 11:55 से 12 तक कर सकेंगे आतिशबाजी।
पढ़े आदेश –
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