भोपाल। शिवराज सरकार की लोकप्रिय योजना लाड़ली लक्ष्मी के दूसरे चरण में वित्त विभाग ने अड़ंगा लगा दिया है। इसके चलते 2 मई को होने वाली लॉन्चिंग टल गई है। अब वित्त विभाग की आपत्तियों के मद्देनजर योजना में संशोधन किया गया है। इसके तहत कॉलेज में प्रवेश लेने वाली छात्राओं को 25 हजार रुपए की स्कॉलरशिप दो किस्तों में दी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट से योजना की मंजूरी के बाद हाल ही में वित्त विभाग ने स्कीम के तहत कॉलेज में प्रवेश करने वाली छात्राओं को 25 हजार रुपए एक मुश्त दिए जाने का विरोध किया था। साथ ही योजना के कुछ बिंदुओं के बारे में स्पष्टीकरण मांगा था। इसके बाद उच्चाधिकार समिति ने 25 हजार रुपए की स्कालरशिप को दो किस्तों में देने का फैसला किया है। अब इसकी मंजूरी के लिए फिर से कैबिनेट में फाइल जाएगी। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 8 मई को लाड़ली लक्ष्मी 2.0 की लॉन्चिंग का ऐलान किया है। गौरतलब है कि लाड़ली लक्ष्मी स्कीम को सबसे पहले 2007 में लॉन्च किया गया था। प्रदेश में 43 लाख लाड़ली लक्ष्मी बेटियां हैं।
आगामी विधानसभा चुनाव 2023 के लिहाज से सरकार की इस योजना को गेमचेंजर बताया जा रहा है। बीजेपी इसे लेकर काफी आशान्वित है। हालांकि, इसका एक पहलु यह भी है कि योजना के तहत वर्ष 2023 में किसी भी लाड़ली को फायदा नहीं मिलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि वर्ष 2007 में पहली बार रजिस्टर्ड हुई 1300 लाड़लियां वर्ष 2024 तक कॉलेज पहुंचेगी। यानी तब तक सरकार को कोई भी बजट का इंतजाम नहीं करना होगा। वहीं कॉलेज की फीस वाले मामले में भी ओबीसी, एससी और एसटी वर्ग की छात्राओं को पहले से तय स्कीम के जरिए राहत मिलेगी। सिर्फ सामान्य वर्ग की ऐसी छात्राओं को जिनके अभिभावकों की आय सालाना 8 लाख रुपए से ज्यादा नहीं है, उन्हें ही इसका फायदा मिलेगा।
आईआईटी-आईआईएम, नीट (मेडिकल) या सरकारी- निजी व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में प्रवेश पाने वाली लाड़लियों की आठ लाख रुपए तक की फीस सरकार चुकाएगी। इसके अलावा भी प्राइवेट संस्थानों में अन्य कोर्स में प्रवेश लेने वाली छात्राओं की फीस भी सरकारी नियमों के हिसाब से चुकाई जाएगी।