भोपाल। मध्यप्रदेश में कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित पटवारी परीक्षा को लेकर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। कहीं इसको लेकर छात्र आंदोलन कर रहे हैं तो कहीं कांग्रेस इस मामले को राजनीतिक मुद्दा बनाने में लगी हुई है। इसी मामले में अब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर सरकार पर आरोपियों को बचाने के आरोप लगाए हैं।
दरअसल पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी के चलते सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नियुक्तियों पर रोक लगा दी है। इसी के चलते चयनित अभ्यार्थी भी मैदान में आ चुके हैं। इसमें अब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने एक पुरानी शिकायत को ट्वीट करते हुये लिखा, “पटवारी भर्ती परीक्षा में ऐसे हुआ था पूरा घोटाला, परिणाम से पहले हुई इस शिकायत पर अभी तक सरकार ने सिवाए अपराधियों को बचाने के अलावा क्या संज्ञान लिया।
सरकार आरोपियों को बचाने की कोशिश में लगी
अरुण यादव ने सरकार और परीक्षा विभाग पर आरोप लगाते हुये कहा, “परीक्षा लेने वाली ब्लैकलिस्टेड कंपनी और सरकार के बीच कौनसा अघोषित MOU साइन हुआ था। क्या कारण है कि पूरी सरकार अपने बचाव में लगी हुई है और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा जी दोषियों को बचाने में
परीक्षा परिणाम आने के पहले और परीक्षा के दौरान ही एक छात्र ने शिकायत की थी कि कुछ चुनिंदा काॅलेजों में अपने जान पहचान के शिक्षकों की डयूटी लगाकर नकल कराई जा रही है। इसमें वे परीक्षा के दौरान ही अपने सिस्टम के साथ छेड़छाड़ करते हैं जिसके बाद उनसे उस सिस्टम का रिमोट एक्सेस दिया जाता है। इसी के जरिए सांट-गांठ से उनको नकल कराई जा रही है।इस पर न तो अभी तक विभाग ने कोई कार्रवाई की है और न ही सरकार की तरफ से कोई एक्शन लिया गया है। जिसको लेकर कांग्रेस नेता अरूण यादव ने सरकार पर आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है और पटवारी परीक्षा में हुई धांधली का खुलासा किया है।