ग्वालियर। ग्वालियर आए नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने एमपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। डॉ. गोविंद सिंह ने एमपी को रेप कैपिटल बताया तो वहीं ओबीसी आरक्षण को लटकाने के लिए बीजेपी सरकार को जिम्मेदार बताया। पर नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद वह लगातार सिंधिया पर हमला कर रहे थे। इस बार उनका रूख सिंधिया पर नरम नजर आया है। नेता प्रतिपक्ष ने सिंधिया को दोस्त बताया है। कहा है उनसे कोई दुश्मनी नहीं है। दिग्विजय सिंह के पास सिंधिया के नए बंगले को लेकर गोविंद सिंह ने कहा कि सिंधिया से उनके और दिग्विज सिंह के बेहतर सम्बंध हैं, राजनीति अपनी जगह होती है। वहीं ऊर्जा मंत्री को 2003 और 2022 की बिजली संकट पर विधानसभा में साथ में चर्चा की चुनौती दी।
ग्वालियर पहुंचे सदन के नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद प्रदेश की शिवराज सरकार पर हमले तेज हो गए हैं। नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में जिस तरह से दुष्कर्म की घटनाएं हो रही है, उससे एमपी “रेप कैपिटल” बन गया है, लेकिन सरकार अपनी मौज में लगी है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के गृहनगर में मासूम बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या हुई है। पर गृहमंत्री के पास समय नहीं है पीड़ित परिवार को सात्वना देने का। हम वहां होकर आए हैं परिवार बहुत दर्द में है।
ओबीसी पर बोले नीयत साफ नहीं है
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ओबीसी आरक्षण को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि- सरकार की नीयत साफ नहीं, सरकार ने जानबूझकर आरक्षण के आंकड़े पेश नहीं किए हैं, चुनाव कराने से घबरा रही है। गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने 27% आरक्षण दिया था और चुनाव कराना चाहती थी लेकिन बीजेपी ने षड्यंत्र किया। बीजेपी ने पिछड़ा वर्ग के हकों पर कुठाराघात किया है, जिसके लिए ओबीसी कभी बीजेपी को माफ नहीं करेगी। सिंधिया-दिग्गी के बंगले पास-पास पर बोले नेता प्रतिपक्ष सिंधिया के भोपाल में दिग्गी के पास ही नए बंगले को लेकर डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि सिंधिया से उनके और दिग्विजय सिंह के पुराने संबंध हैं। सिंधिया से हमारी कोई दुश्मनी नहीं, राजनीतिक विचारधारा की लड़ाई अपनी जगह है। साथ ही गोविंद सिंह ने नसीहत देते हुए कहा कि सिंधिया को राजनीति करना है तो सामंतवादी सोच छोड़कर धरातल पर आ जाना चाहिए, अब राजा महाराजा तो देश की जनता है।
नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने उर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बयान पर पलटवार किया और कहा कि साल 2002-03 और 2022 की बिजली संकट के लिए विधानसभा में चर्चा कराए। गोविंद सिंह ने कहा कि 2002-03 में बिजली संकट के लिए प्रद्युम्न खुद भी जिम्मेदार है क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी में ही थे। उन्होंने कहा कि ऊर्जा मंत्री डमी मिनिस्टर हैं असल में विभाग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ही चला रहे हैं।