भोपाल। कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर निशाना साधते हुए उनके हिंदू राष्ट्र और सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयानों को बचकाना और निराधार बताया। उन्होंने कहा कि शास्त्री को सनातन धर्म की कोई गहराई से जानकारी नहीं है और उनकी भागवत कथा पूरी तरह अव्यवस्थित है।
नायक ने शास्त्री को शास्त्रार्थ की खुली चुनौती दी। उन्होंने कहा कि यदि शास्त्री उनके सवालों का सही उत्तर दे दें, तो वह राजनीति छोड़कर संन्यासी बन जाएंगे, अन्यथा शास्त्री को सिर मुंडवाना पड़ेगा।
कुंभ पर शास्त्री के बयान की आलोचना
नायक ने कुंभ में हुई मौतों को लेकर धीरेंद्र शास्त्री के बयान को विवादास्पद बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि शास्त्री ने कुंभ में हुई मौतों का उपहास उड़ाया और मोक्ष की बात कहकर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई। नायक ने कहा कि शास्त्री लोगों की मदद करने के बजाय उनका मजाक बना रहे हैं और वे धर्म के अंधानुकरण के प्रतीक बन गए हैं।
बागेश्वर धाम पर कांग्रेस नेताओं की आलोचना
जब बागेश्वर धाम जाने वाले कांग्रेस नेताओं के बारे में सवाल किया गया तो नायक ने कहा कि धर्म के नाम पर वोट के लिए जनता को गुमराह करना गलत है। उन्होंने कहा कि कुछ नेता भीड़ देखकर इसे अपने मतदाता मान लेते हैं और सच बोलने से बचते हैं।
भाजपा ने किया पलटवार
कांग्रेस नेता के बयान पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने नायक के बयान को शर्मनाक और निंदनीय बताया। उन्होंने कांग्रेस से मांग की कि वे मुकेश नायक पर तुरंत कार्रवाई करें और सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
सलूजा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता कमलनाथ, अरुण यादव, जयवर्धन सिंह, सज्जन वर्मा और आलोक चतुर्वेदी जैसे बड़े नेता बागेश्वर धाम का आशीर्वाद लेने जाते हैं, लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए संतों का अपमान करने से भी पीछे नहीं हटते।
यह विवाद मध्यप्रदेश की राजनीतिक हलचल को और तेज कर रहा है, जिससे कांग्रेस और भाजपा के बीच तनातनी बढ़ गई है।