भोपाल।मुख्यमंत्री कन्यादान सामूहिक विवाह योजना में युवतियों का प्रेगनेंसी टेस्ट कराए जाने को लेकर कांग्रेस के डिंडौरी से विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने निजता के हनन का आरोप लगाया है। डिंडौरी जिले के बजाग जनपद के गाडासरई कस्बे में शनिवार 22 अप्रैल को सामूहिक विवाह में पंजीयन सत्यापन के दौरान जांच कराए जाने की बात सामने आई थी। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में डिंडौरी, बजाग, समनापुर और करंजिया जनपद के कुल 219 जोड़ों का विवाह हुआ। जिला प्रशासन ने चार युवतियों के जांच में गर्भवती पाए जाने के कारण उन्हें अपात्र कर दिया। योजना में इस तरह की जांच कराए जाने का प्रविधान नहीं है।
मरकाम ने सामूहिक विवाह कार्यक्रम में जांच कराने को युवतियों का अपमान बताते हुए कहा कि जब सरकार का ऐसा कोई नियम नहीं है तो फिर प्रशासन को ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है। मरकाम के आरोप लगाने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ट्वीट किया कि डिंडौरी में सामूहिक विवाह में दो से अधिक बेटियों का प्रेगनेंसी टेस्ट करने संबंधी सूचना प्राप्त हुई हैं। यदि ये सही है तो बेटियों का ऐसा अपमान किससे आदेश पर किया गया, उसकी जांच कराई जाए। जो भी दोषी पाया जाए उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। यह मामला केवल प्रेगनेंसी टेस्ट का नहीं बल्कि महिलाओं के प्रति दुर्भावनापूर्ण दृष्टिकोण का भी है।