ग्वालियर। कांग्रेस छोड़ भाजपा (BJP) में जाने के बाद से ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) कांग्रेस (Congress) की आलोचना का केंद्र रहे हैं। लेकिन कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार (Satish Sikarwar) लगातार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की शान में जमकर कसीदे पढ़ते रहे हैं। आज ग्वालियर में आयोजित लोकार्पण में कार्यक्रम में कांग्रेस MLA सतीश सिकरवार ने मंच से सिंधिया की तारीफ की।
कांग्रेस MLA बोले- श्रीमंत सिंधिया के प्रयास से ग्वालियर अव्वल शहर बनेगा
ग्वालियर के हुरावली में कारगिल शहीद नरेंद्र की प्रतिमा लोकार्पण समारोह हुआ। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शहीद राणा की प्रतिमा का अनावरण किया। समारोह में कांग्रेस MLA सतीश सिकरवार भी अतिथि के रूप में मौजूद थे, कांग्रेस MLA सतीश सिकरवार ने मंच से बोलते हुए कहा कि- “श्रीमंत सिंधिया के प्रयास से ग्वालियर एक बार फिर प्रदेश में अव्वल स्थिति में आएगा। आज ग्वालियर इंदौर जबलपुर उज्जैन जैसे संभागों से पीछे हैं। मुझे आशा और उम्मीद है कि आने वाले समय में ग्वालियर का वैभव और गौरव फिर से लौटेगा। श्रीमंत सिंधिया जी के प्रयास से ग्वालियर प्रदेश में सबसे अव्वल शहर के रूप में जान जाएगा। सतीश सिकरवार के मंच से सिंधिया की तारीफ करने के बाद कांग्रेसी भी सकते में है।
अक्टूबर और दिसंबर में भी मंच से की थी तारीफ
अक्टूबर 2021 में जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के शुभारंभ के मंच पर कांग्रेस विधायक सिकरवार ने सिंधिया को श्रीमंत, महाराज कहते हुए विकास पुरुष बताया था, सिकरवार ने कहा महाराज आप ग्वालियर का विकास करेंगे मैं आपके साथ हूं। वहीं 26 दिसंबर को DD नगर अस्पताल के शुभारंभ पर कांग्रेस MLA सतीश सिकरवार ने भरे मंच पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के पैर छुए थे।
सवा साल पहले ही कांग्रेस में आए हैं सतीश
कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार पिछले साल ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं। उपचुनाव से पहले सतीश ने BJP छोड़ कांग्रेस की सदस्यता ली थी। 2020 के उपचुनाव में ग्वालियर पूर्व सीट पर सतीश कांग्रेस के टिकट पर चुनाव में उतरे थे। उन्होंने BJP के मुन्ना लाल गोयल को हराया था। 2018 के विधानसभा चुनाव में ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट पर कांग्रेस के टिकिट पर चुनाव लड़े मुन्ना लाल गोयल ने BJP के सतीश सिकरवार को हराया था। 2020 में सिंधिया के साथ विद्यायक मुन्ना लाल ने कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता ली और विधायक पद से इस्तीफा दिया था। उधर सतीश ने BJP छोड़ कांग्रेस का दामन थाम था।