मुरैना। मुरैना में महापाैर के बाद अब कांग्रेस ने सभापति की कुर्सी पर भी कब्जा कर लिया है। वहीं भाजपा काे सभापति की कुर्सी जाने से तगड़ा झटका लगा है। यहां पर कांग्रेस के राधारमण डंडाैतिया ने भाजपा की भावना मंडलेश्वर हर्षाना काे हराया है। कांग्रेस के राधारमण काे 27 मत प्राप्त हुए थे।
दरअसल मुरैना में नगर निगम में सभापति चुनाव काे लेकर कई दिनाें से घमासान चल रहा था। भाजपा और कांग्रेस दाेनाें ही दलाें के लिए अपने पार्षदाें काे एकजुट रखना और निर्दलीयाें काे ताेड़कर अपने खेमे में लाना बड़ी चुनाैती बना हुआ था। आखिर मेयर की सीट कब्जा करने वाली कांग्रेस अब सभापति की कुर्सी पर भी कब्ज जमाने में कामयाब हाे गई है। इससे मेयर के लिए अब नगर सरकार चलाने की राह आसान हाे गई है। इसके साथ ही अब अपील समिति के निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हाेगी।
हाइवे पर हुआ था विवादः राजस्थान से आधी रात को लौट रहे सबलगढ़ नगर पालिका के कांग्रेसी पार्षदों को मुरैना पुलिस की क्राइम ब्रांच (एसपी की स्पेशल टीम) ने हाइवे पर रोक लिया। पुलिसकर्मी कांग्रेस पार्षदों की गाड़ियों को छीनकर उन्हें दूसरे वाहनों में बैठाने लगे। इसी दौरान मुरैना विधायक राकेश मावई और कई कांग्रेस नेता मौके पर पहुंच गए। विधायक ने कांग्रेस पार्षदों को जबरन ले जाने का प्रयास कर रहे पुलिसकर्मियों को फटकारा और अपने सुरक्षा गार्ड से सबका वीडियो बनाने को कहा, यह सुनकर पुलिस टीम उल्टे पांव वहां से भागी। दरअसल, सबलगढ़ नगर परिषद के 18 वार्डों में से 7 पार्षद कांग्रेस के, भाजपा के 5 और 6 निर्दलीय पार्षद जीते हैं।कांग्रेस का पलड़ा कुछ हद तक भारी है, क्योंकि कुछ निर्दलीय पार्षद कांग्रेस के साथ हैं। कांग्रेस को अपने पार्षदों में सेंधमारी का डर है, इसलिए सभी कांग्रेसी पार्षदों को राजस्थान फिर दिल्ली में गुप्त स्थान पर रखा।