नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने अपने सांसदों की सक्रियता और प्रदर्शन को मापने के लिए एक अनूठी पहल की है। पार्टी सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर सभी कांग्रेस सांसदों का पार्लियामेंट्री परफॉर्मेंस रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य सांसदों की संसद में सक्रियता और उनके प्रदर्शन को बेहतर बनाना है।
परफॉर्मेंस निगरानी समिति का गठन
कांग्रेस ने इस रिपोर्ट कार्ड को तैयार करने के लिए एक परफॉर्मेंस निगरानी समिति के गठन का निर्णय लिया है। इस समिति में वरिष्ठ कांग्रेसी सांसद और नेता शामिल होंगे, जो सभी कांग्रेस सांसदों की संसद में भागीदारी, बहसों में योगदान, प्रश्न पूछने की संख्या, और अन्य संसदीय गतिविधियों का मूल्यांकन करेंगे।
संसदीय सत्र के दौरान होगी निगरानी
इस रिपोर्ट कार्ड को बनाने के लिए सांसदों की संसद में उपस्थिति, उनकी सक्रियता, और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों की समीक्षा की जाएगी। निगरानी समिति प्रत्येक सांसद के कामकाज को बारीकी से देखेगी और उनके प्रदर्शन का आकलन करेगी।
सांसदों की होगी रैंकिंग
इस रिपोर्ट कार्ड के आधार पर सांसदों की रैंकिंग भी की जाएगी। इसका मतलब यह है कि जिन सांसदों का प्रदर्शन उत्कृष्ट होगा, उन्हें उच्च रैंकिंग मिलेगी, जबकि जिनका प्रदर्शन कमजोर होगा, उन्हें सुधार के निर्देश दिए जा सकते हैं। इस रिपोर्ट कार्ड को पार्टी के आंतरिक मामलों के रूप में देखा जा रहा है, जिसका उद्देश्य सांसदों के प्रदर्शन में सुधार करना है।
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की नई पहल
राहुल गांधी के इस फैसले को कांग्रेस पार्टी के भीतर सांसदों की जिम्मेदारी और जवाबदेही बढ़ाने के रूप में देखा जा रहा है। इस कदम के माध्यम से पार्टी अपने सांसदों को अधिक सक्रिय और जिम्मेदार बनाने का प्रयास कर रही है, ताकि वे जनता की समस्याओं को प्रभावी ढंग से संसद में उठा सकें।
इस पहल के माध्यम से कांग्रेस अपने सांसदों की क्षमता और जिम्मेदारी को मापकर उन्हें भविष्य की रणनीतियों के लिए तैयार करेगी। रिपोर्ट कार्ड के आधार पर सांसदों को उनके प्रदर्शन के लिए मार्गदर्शन और आवश्यक सुधार के निर्देश दिए जा सकते हैं।