नई दिल्ली। केंद्र के राष्ट्रीय मुद्रीकरण कार्यक्रम के खिलाफ कांग्रेस अपने नेताओं के जरिये देशभर में कई प्रेस वार्ता आयोजित कर इस मुद्दे को जमीनी स्तर पर उठाने की योजना बना रही है। विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि देश की मूल्यवान संपत्तियों को बेचा जाना साबित करता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रभावी तरीके से प्रबंधन में केंद्र सरकार पूरी तरह से अक्षम है।
देश की संपत्ति सुरक्षित हाथों में नहीं
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पूंजीवादी मित्रों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, इसका उद्देश्य पूंजीवादी मित्रों को लाभ पहुंचाना है। मोदी अपने मित्रों का कल्याण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। देश की संपत्ति अब सुरक्षित हाथों में नहीं है।
बेची जा रही मूल्यवान संपत्ति
सुरजेवाला ने आरोप लगाया, उन्होंने (सरकार) अब देश की छह लाख करोड़ रुपये की मूल्यवान संपत्ति बेचने का फैसला किया है। इनमें सड़क, रेल, खदान, दूरसंचार, बिजली, गैस, हवाई अड्डे, बंदरगाह, खेल स्टेडियम और कई चीजें हैं।
वासनिक और खड़गे भी संभालेंगे मोर्च
पार्टी सूत्रों ने बताया कि इस मुद्दे को आम लोगों तक ले जाने की योजना के तहत कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक 31 अगस्त को गुवाहाटी में और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे एक सितंबर को हैदराबाद में मीडिया को संबोधित करेंगे। संवाददाता सम्मेलन का सिलसिला राहुल गांधी द्वारा दिल्ली में आयोजित प्रेस वार्ता के साथ शुरू हुआ।
थरूर, पायलट, देवड़ा, चिदंबरम को भी जिम्मेदारी
शशि थरूर को भी इस मुहिम में शामिल किया गया है। वह कश्मीर में मीडिया को संबोधित करेंगे। सचिन पायलट बेंगलुरु में, जबकि मिलिंद देवड़ा कोचीन में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम मुंबई में जबकि अजय माकन रायपुर में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे।