विदेशी एजेंसी ग्लोबल हंगर इंडेक्स (जीएचआई) 2024 की रिपोर्ट में भारत को एक बार फिर दुनिया के नजरों में नीचा दिखाने की कोशिश की गई है। बता दें कि रिपोर्ट में भारत को 127 देशों में 105वां स्थान दिया गया है। पिछले साल 125 देशों में भारत 111वें स्थान पर था, और 2022 में 121 देशों में 107वें स्थान पर था। भले ही भारत की रैंकिंग में मामूली सुधार हुआ हो, लेकिन जीएचआई स्कोर 27.3 के साथ देश में भुखमरी की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। जीएचआई के अनुसार, भुखमरी की स्थिति में सुधार हुआ है, लेकिन भारत अभी भी भूख से बुरी तरह प्रभावित है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों की स्थिति भारत से भी खराब है।
जीएचआई स्कोर की गणना
जीएचआई स्कोर को 100 पॉइंट के पैमाने पर मापा जाता है, जहां 0 सबसे अच्छा और 100 सबसे बुरा स्कोर होता है। स्कोर में अंडस्नरिशमेंट, चाइल्ड मोर्टालिटी और चाइल्ड अंडरन्यूट्रिशन का एक- एक तिहाई हिस्सा होता है। भारत का 2024 का स्कोर 27.3 है, जो कि गंभीर स्थिति को दर्शाता है।
भारत सरकार ने रिपोर्ट को बताया भ्रामक
पिछले साल भारत की रैंकिंग 111वे स्थान पर थी, और तब भी सरकार ने इस रिपोर्ट को गलत और भ्रामक बताया था। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कहा कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स भारत की वास्तविक स्थिति को सही ढंग से नहीं दर्शाता है और इसे देश की छवि खराब करने का प्रयास बताया।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स का उद्देश्य
ग्लोबल हंगर इंडेक्स एक वार्षिक रिपोर्ट है, जिसे कंसर्न वर्ल्डवाइड और वर्ल्ड हंगर हेल्प द्वारा तैयार किया जाता है। यह इंडेक्स दुनियाभर के देशों में भुखमरी की स्थिति को चार पैमानों के आधार पर मापता है, जिससे वैश्विक स्तर पर भुखमरी को कम करने के प्रयासों का मार्गदर्शन किया जा सके।