छतरपुर। छतरपुर में दबंगों ने घोड़ी पर चढ़े दूल्हे को गली से निकलने से रोक दिया। दूल्हा कॉन्स्टेबल है। उसे अपने ही विभाग के साथियों की मदद लेनी पड़ी। पुलिस के साए में बारात निकली और दूल्हा घोड़ी पर चढ़कर गांव में घूमा भी।
जानकारी के अनुसार बात दे मामला बड़ामलहरा के भगवां थाने के कुंडलया गांव का है। दूल्हा दयाचंद पुत्र भागीरथ टीकमगढ़ में कॉन्स्टेबल है। गुरुवार को दया की शादी आरती से होनी थी। दया घोड़ी पर सवार होकर अपनी दुल्हन को लेने निकला। वर निकासी की रस्मों के बीच अचानक कुछ दबंग आ धमके। उन्होंने दूल्हे सहित बारातियों को गालियां देना शुरू कर दिया। दूल्हे को भी घोड़ी से उतरने का कहते हुए बारात को वहीं पर रोक दिया।कॉन्स्टेबल दूल्हे को यह बात नागवार गुजरी और उसने तत्काल पुलिस के साथ प्रशासन को भी इसकी सूचना दे दी। सूचना मिलते ही छतरपुर कलेक्टर संदीप जीआर सहित बड़ामलहरा और बिजावर से पुलिस बल गांव पहुंचा। पुलिस ने यहां सुरक्षा के बीच दलित दूल्हे को घोड़ी पर बिठाकर गांव में दूल्हा निकासी कराई।
एसपी सचिन शर्मा ने बताया एक गली में जाने को लेकर रोका गया था, लेकिन दूल्हे को धूमधाम से घोड़ी पर बैठाकर पुलिस की सुरक्षा में हर गली से गुजारा गया। ASP विक्रम सिंह ने बताया कि गुरुवार रात को कॉन्स्टेबल दयाचंद की शादी थी। समाज में कुरीतियों के कारण कुछ विवाद की बात आई थी। मामले को सुलझा लिया था। पुलिस की मौजूदगी में ही शादी की रस्में पूरी हुईं। शादी के बाद कलेक्टर संदीप जीआर ने दूल्हे काे बुके देकर बधाई दी। दूल्हे दयाचंद का कहना है कि रात में वर निकासी के समय दबंगों ने बारात को रोक दिया था। उन्हें मेरे घोड़ी चढ़कर गांव से निकलने पर परेशानी थी। उन्होंने तो बारात के साथ चल रहे डीजे को भी वापस भेज दिया था। हमारे गांव में अब तक कोई दलित घोड़ी चढ़कर नहीं निकला था, मैंने इस परिपाटी को तोड़ा है।