जबलपुर। मंझौली में बीड़ी ठेकेदार की हत्या के मामले में पुलिस ने सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने साथियों के साथ मिलकर पहले तो बीड़ी ठेकेदार की हत्या का की साजिश रची। इसके लिए बदमाशों को 50 हजार से एक लाख रुपये की सुपारी आफर की, जिसके बाद बदमाशों के साथ मिलकर बीड़ी ठेकेदार को मौत के घाट उतारा गया।
कर्मचारी छोटेलाल झारिया के साथ बाजार गया था
मंझौली मनगवां निवासी कृष्णकुमार पटेल बीड़ी ठेकदार था। 24 अक्टूबर की शाम वह कर्मचारी छोटेलाल झारिया के साथ बाजार गया था। दोनों बाइक पर थे। बाइक को कृष्ण कुमार चला रहा था। शाम लगभग साढ़े पांच बजे वे मंझौली के नंदग्राम रोड पर पहुंचे ही थे कि तभी वहां बाइक से सतेंद्र पटेल और लवकुश पटेल पहुंचे।
हमला किया और वहां से भाग निकले
आरोपितों ने कृष्णकुमार की बाइक के आगे बाइक अड़ाकर उन्हें रोका। कृष्णकुमार कुछ समझ पाता, इसके पूर्व आरोपियों ने उसके सिर पर बका और लाठी से वार कर दिया। छोटेलाल ने बीच-बचाव का प्रयास किया, तो उस पर भी हमला किया और वहां से भाग निकले।
गंभीर चोटें आने के कारण कृष्णकुमार की मौत
खून से लथपथ दोनों घायलों को पहले मंझौली शासकीय अस्पताल और फिर जबलपुर के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां दोनों को भर्ती कर लिया गया। लेकिन गंभीर चोटें आने के कारण कृष्णकुमार की मौत हो गई थी।
मुलाकात की, षड़यंत्र, लोकेशन फिर हत्या
मंझौली थाना प्रभारी जेपी द्विवेदी ने बताया कि कृष्णकुमार के रिश्तेदार मंझौली मनगवां निवासी लवकुश पटेल, योगेन्द्र पटेल उर्फ छोटू और सतेन्द्र पटेल उर्फ सोनू रंजिश रखते थे। इसके चलते तीनों ने उसकी हत्या का प्लान बनाया। योगेन्द्र पाटन पहुंचा। वहां ग्राम सकरा में रहने वाले विनोद गौड़ को कृष्णकुमार की हत्या की सुपारी दी थी।
एक लाख रुपये देगा, विनोद तैयार हो गया
योगेन्द्र ने कहा कि वह इसके एवज में एक लाख रुपये देगा। विनोद तैयार हो गया। प्लान के अनुरूप 24 अक्टूबर को विनोद साथी अमित गौड़ उर्फ अंतू के साथ पाटन के ही ग्राम सकरा निवासी दीपक पटेल की बाइक लेकर मंझौली पहुंचा।