ग्वालियर। आज शुक्रवार को ग्वालियर में कोरोना का अत्यंत चिंताजनक आंकड़ा रहा। शहर में फिर 1200 के करीब नए मामले मिले हैं, प्रशासन ने 1152 मामलों की पुष्टि की है। आज शहर के सभी श्मशान घाटों पर मृतकों की अंत्येष्टि के लिए कतार लगी रही। अब ग्वालियर में एक्टिव मरीज 8887, सस्पेक्टेड मरीज 2801 हो गए हैं, आज सुबह से रात तक करीब 30 से अधिक कोरोना मरीजों की मौत हुई है, हालांकि प्रशासन ने 8 कोरोना मरीजों की मौत की ही पुष्टि की है। आज 3541 सेम्पल की जांच रिपोर्ट आई। आज स्थानीय अस्पताल से स्वस्थ होने के बाद 917 मरीजों को घर के लिए डिस्चार्ज किया गया है। आज भी शहर भर में कोरोना पॉजीटिव मरीज मिले हैं। ग्वालियर में अब कोरोना मरीजों की टोटल संख्या 33,435 एवं कोरोना से मरने वालों की तादाद 485 हो गई है।
इन लोगों ने कोरोना से संघर्ष करते हुए जान गंवाई, मृतकों में ग्वालियर के अलावा पड़ौसी जिलों के भी
कोरोना से संघर्ष करते हुए आज ग्वालियर के विभिन्न अस्पतालों में जिन 30 से अधिक लोगों ने दम तोड़ दिया, उनमें 25 ग्वालियर के एवं 1-1 मरीज पड़ौसी जिलों भिण्ड, इटावा, झांसी एवं गुना के रहने वाले हैं। ग्वालियर के जो लोग कोरोना से हार मान गए उनमें थाटीपुर के लक्ष्मण जनवार पुत्र मावसीराम 72, एसके सोनी 63, मुन्नीबाई 55, पुरानी छावनी की सुनीता राठौर पत्नी अमरसिंह 45, दाना ओली के माखनलाल पुत्र शीतल अग्रवाल, अशोककुमार पुत्र रामदास 62, गड़ाईपुरा की कलावती पत्नी रामसेवक 65, बिरला नगर के महावीर सिंह तोमर 75, इंद्रमणि नगर की शशि जादौन पत्नी निरंजन सिंह 59, अभिषेक सिंह पुत्र सन्तोष 28, दुर्गाप्रसाद 73, प्रभा पत्नी अमरसिंह 59, ज्ञानेंद्र पुत्र रामजीलाल सुमेरसिंह 70 एवं दालबाजार के व्यवसायी दिनेशचन्द्र गर्ग पुत्र चिरोंजी लाल गर्ग शामिल हैं। इनके अलावा भिण्ड की उषादेवी पत्नी रघुवीर सिंह 70, इटावा के रामसेवक तिवारी 65, झांसी के सुभाषचंद्र 68 एवं गुना के एसएस परस्ते की भी आज यहाँ के अस्पतालों में कोरोना से संघर्ष करते हुए मौत हो गई।
राशन की दुकानों का समय घटाया : संशोधित आदेश के तहत अब कोरोना कर्फ़्यू के दौरान मोहल्लों की किराना दुकानें प्रातः 6 बजे से प्रातः 9 बजे तक ही खोली जा सकेंगी। इसी अवधि में थोक व्यवसायी खेरीज विक्रेताओं को सामान की होम डिलीवरी कर सकेंगे.
अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत
महेश्वरी हॉस्पिटल पड़ाव पर ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों को घर ले जाने को कहा।कुछ ऐसी ही स्थिति सिटी सेंटर स्थित परिधि नर्सिंग होम पर निर्मित हुई। सूचना मिलते ही यहां पहुंच कर मंत्री प्रद्युम्न सिंह व पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल ने ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई।
गैस प्लांट पर हो रहे अंतिम संस्कार : लक्ष्मीगंज श्मशान घाट के गैस आधारित प्लांट पर रात तक दाह संस्कार जारी था। यहां कोरोना मृतकों की 13 बॉडी का गैस से अंतिम संस्कार किया गया। आज विधुत शव दाह ग्रह भी चालू किया गया। इसके कुछ ही एलिमेंट काम कर रहे है। परंतु कल से इसे दुरुस्त कर दिया जाएगा। विवेकानंद नीडम, चंदनपुरा, मुरार, गुढ़ा के श्मशानों पर भी अंतिम संस्कार हुए।