भोपाल। प्रदेश में तीन हफ्ते के भीतर कोरोना संक्रमण से दूसरी मौत हो गई है। जबलपुर में रविवार को कोरोना के एक मरीज की मौत हुई है, जिसकी पुष्टि सोमवार को जारी स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में हुई है। इससे पहले 09 जून को भोपाल के एम्स में 75 वर्षीय बुजुर्ग की कोरोना से मौत का मामला सामने आया था। प्रदेश में कोरोना के 74 नए मरीज मिले हैं। इनके सैंपल भी रविवार को लिए गए थे। इनमें सबसे अधिक 26 संक्रमित इंदौर के व 22 भोपाल के हैं। प्रदेश के 52 में से 12 जिलों संक्रमितों की पहचान हुई है। बाकी के जिलों में सैंपल तो लिए गए थे, लेकिन एक भी संक्रमित नहीं मिला है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन पर निगाह डालने से पता चलता है कि विभाग ने जांच का दायरा फिर से घटा दिया है। रविवार को करीब छह हजार सैंपल ही लिए गए थे। बीते हफ्ते करीब 7200 सैंपल लिए गए थे, तब संक्रमितों की संख्या 80 तक पहुंच गई थी लेकिन जांच का दायरा बढ़ाने की बजाए उसे कम किया जा रहा है।
राहत की बात यह है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की दर अच्छी है। एक दिन में 60 से 70 संक्रमित ठीक हो रहे हैं। रविवार को भी 70 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं। अब प्रदेश में 465 सक्रिय संक्रमित हैं जो इलाज ले रहे हैं। इनमें से आठ मरीज अस्पताल में हैं, बाकी होम आइसोलेशन में है। सबसे अधिक 170 सक्रिय संक्रमित इंदौर में, 134 भोपाल में, 40 जबलपुर में और 15 ग्वालियर में है। कोरोना टीके की सतर्कता डोज जरुरी हो गई है। हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक रोजाना जो संक्रमित मिल रहे हैं, उनमे से करीब 60 प्रतिशत ऐसे होते हैं जो पूर्व में कोरोना की दोनों डोज लगवा चुके होते हैं। रविवार की जांच में सोमवार को मिले 70 संक्रमितों में से 51 ऐसे हैं जिन्होंने कोरोना टीके की दोनों डोज लगवा ली थी लेकिन सतर्कता डोज नहीं लगवाई थी और ये संक्रमित हो गए हैं। हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक प्रदेश में कोरोना संक्रमण से 10 हजार 741 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 1041 लोगों की मौत भोपाल में हुई है।