भोपाल। मप्र में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव सिर पर हैं और कोरोना ने टेंशन बढ़ा दी है। तीन दिन से लगातार 50 से ज्यादा नए संक्रमित मिल रहे हैं। 24 घंटे में 79 नए मरीज मिले हैं। इसके तीन महीने पहले 81 नए पॉजिटिव मिले थे। यह तब है, जब टेस्टिंग कम कर दी गई है। अगर टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाती है, तो संक्रमितों की संख्या भी तेजी से बढ़ सकती है।
उधर, संक्रमण दर भी प्रदेश के 6 शहरों में चिंताजनक स्थिति में पहुंच चुकी है। 5% से ज्यादा संक्रमण दर को चिंताजनक माना जाता है। शनिवार को इंदौर का पॉजिटिविटी रेट 13.80% पर पहुंच गया। सीहोर में 11.76%, भोपाल में 10.5%, रायसेन में 10%, सागर में 6.89%, डिंडोरी में 6.56%, ग्वालियर में 1.92%, जबलपुर में 1.84% और बैतूल में 1.56 फीसदी पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार मप्र में कोरोना से मौतों के मामले भी बढ़ने लगे हैं। इनमें सबसे ज्यादा बुजुर्ग जान गंवा रहे हैं। फरवरी में 17 मरीजों की मौतें हुई थी] लेकिन इसके बाद के तीन महीनों मार्च, अप्रैल और मई में सिर्फ एक-एक मरीज की मौत हुई। इस महीने के शुरुआती दस दिन में कोरोना की जद में आकर दो मरीजों की जान चली गई।
मप्र में एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 305 पर पहुंच गई है। इंदौर में सबसे ज्यादा 100, भोपाल में 76, रायसेन में 20, ग्वालियर में 16, डिंडोरी में 15, जबलपुर में 12, होशंगाबाद में 11, बैतूल, उज्जैन में 6-6, दतिया, कटनी, मंडला में 5-5, मुरैना, सागर, सीहोर में 4-4, नरसिंहपुर में 3, गुना, खंड़वा, रतलाम में दो-दो और छतरपुर, हरदा, खरगोन, मंदसौर, राजगढ़, शिवपुरी, टीकमगढ़ में एक-एक एक्टिव केस है।