रतलाम।रतलाम जिले के कई क्षेत्रों में शुक्रवार रात हुई तेज वर्षा से नदी-नाले ऊफान पर आ गए। जिला मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर मथुरी-करमदी के बीच बहने वाले नाले को पार करते समय बाइक पर सवार दंपती पानी का बाहव तेज होने से गिरकर बह गए। पति कुछ आगे जाकर पेड़ पकड़कर बचकर बाहर निकल आया, लेकिन उसकी पत्नी पानी में बह गई। रात में अंधेरा होने से तलाश नहीं की जा सकी। शनिवार सुबह से एसडीआरएफ की टीम गोताखोरों के साथ मिलकर उसकी तलाश कर रही है। दोपहर एक बजे तक महिला का पता नहीं चल पाया था। उसकी तलाश जारी है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर 45 वर्षीय राधेश्याम पुत्र शंभूलाल निवासी दिलीपनगर पत्नी 40 वर्षीय सीताबाई के साथ ग्राम घोड़ाखेड़ा में अपने किसी रिश्तेदार से मिलने गया था। रात साढ़े सात बजे से शहर सहित जिले के कई क्षेत्रों में जोरदार वर्षा हुई। इससे नदी-नाले ऊफान पर आ गए। रात दस बजे बाद वर्षा रूक गई। इसके बाद रात करीब 11 बजे राधेश्याम बाइक पर पत्नी को लेकर घोड़ाखेड़ा से अपने दिलीपनगर स्थित घर लौट रहा था। तभी मथुरी व करमदी के बीच स्थित नाले पर पानी बह रहा था। राधेश्याम बाइक सहित नाला पार करने लगा, तभी पानी का बाहव तेज होने से संतुलन बिगड़ने से दिलीप व उसकी पत्नी बाइक सहित गिर गई। दोनों पानी में बहने लगे।
राधेश्याम ने कुछ दूर जाकर एक पेड़ पकड़ लिया और कुछ देर बाद बाहर निकल आया, लेकिन उसकी पत्नी सीताबाई आगे बहकर चली गई। राधेश्याम ने आसपास के लोगों को सूचना दी। रात में कुछ लोग पहुंचे लेकिन नाले में पानी ज्यादा होने व अंधेरा होने से सीताबाई की तलाश नहीं की जा सकी। शनिवार सुबह करीब सात बजे एसडीआरएफ का दल गोताखोरों के साथ मौके पर पहुंचा और आसपास के क्षेत्रों में तलाश शुरू की।
नाले से कुछ दूर सिमलापाड़ा के पास एक स्थान पर पुलिया पर एक साड़ी अटकी मिली। साड़ी को बाहर निकलाकर राधेश्याम को बताया गया तो उसने बताया कि साड़ी उसकी पत्नी की है। इससे माना जा रहा है कि सीताबाई कहीं दूर बहकर चली गई है। उक्त नाला आगे जाकर कनेरी डेम में मिलता है। गोताखोर व एसडीआरएफ की टीम डेम व उसके आसपास भी सीताबाई की तलाश कर रही है।